हमास-फिलिस्तीन जंग में कूदा जमात-ए-इस्लामी हिन्द; नेतन्याहू को लेकर ICJ से की ये मांग !
जमात ने इजराइल के खिलाफ प्रतिबंध लगाने और नेतन्याहू पर वॉर क्रिमिनल के रूप में मुकदमा चलाने की मांग की है.
JIH demands sanctions against Israel: भारत के शीर्ष मुस्लिम संगठनों में शुमार होने वाले जमात-ए-इस्लामी हिंद (JIH) ने गाज़ा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से सीजफायर कराने और बे-सहारा फिलिस्तीनियों पर हो रहे जुल्म को रोकने के लिए अपील की है. इसके अलावा जमात ने मांग की है कि इजराइल के जुल्म को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय इजराइल पर प्रतिबंध लगाए. जमात-ए-इस्लामी हिंद ने ये फैसला गुजरात में आयोजित सेंट्रल एडवाइजरी काउंसिल (CAC) की बैठक में पारित एक प्रस्ताव के बाद लिया है.
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जमात-ए-इस्लामी की अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग
जमात के अधिकारिक बयान में कहा गया है कि 7 अक्टूबर के बाद से हुए हमलों में इजराइल ने सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया हैं. जैसे नागरिकों और निहत्थे नागरिकों पर हमले, खासकर बच्चों और महिलाओं की हत्या, अस्पतालों जैसी आम शहरी सुविधाओं पर अंधाधुंध बमबारी है. जमात ने मांग की के इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में मुकदमा चलाया जाए. जमात ने अपने बयान में ये भी कहा है कि हाल ही में हुए हमलों के बाद पूरी दुनिया के सामने अमेरिका और कई यूरोपीय देशों का बुरा चेहरा सामने आ गया है. JIH की CAC ने गाज़ा के पुनर्माण कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जरूरी कदम उठाने की भी अपील की है.
भारत सरकार से JIH की अपील
CAC ने भारत सरकार से फिलिस्तीन पर देश के पूराने स्टेंड पर चलते हुए फिलिस्तीन की एक आज़ाद देश के रूप में स्थापना के लिए प्रभावी भूमिका निभाने की अपील की है. बैठक में देश के कुछ मीडिया संगठनों द्वारा इजरायली हमलों का समर्थन करने और गैर-जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग पर गहरी चिंता जताई है. जमात ने दावा किया है कि मीडिया की ऐसी कवरेज से देश में इस्लामोफोबिया का माहौल बन रहा है.