Wakf Board Bill: वक्फ बोर्ड (संशोधन) बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की पहली बैठक आज यानी 22 अक्टूबर को हुई है. इस दौरान समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने अल्पसंख्यक समुदाय की आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि 'सुधार' का उद्देश्य मुसलमानों के जीवन में सुधार लाना और 'अधिक मूल्य लाना' है. 


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महिलाओं को होगा फायदा- JPC चीफ
जेपीसी की बैठक से पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बीजेपी सांसद पाल ने कहा, "इस विधेयक का उद्देश्य अल्पसंख्यक संगठनों से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लोगों को मौका मिलेगा. इसका उद्देश्य धार्मिक या धर्मार्थ गतिविधियों के लिए संसाधन आवंटित करना है. इस नेक इरादे को अपनाने से आम मुसलमानों और महिलाओं को फायदा होगा और उनकी शिक्षा को बढ़ाने में योगदान मिलेगा."


जगदंबिका पाल ने क्या कहा?
बिल की जरूरत और उद्देश्य को समझाते हुए उन्होंने कहा, "सरकार का इस विधेयक को लाने का एक खास उद्देश्य है, वह यह कि वक्फ को सौंपी गई संपत्ति पिछड़े मुसलमानों और महिलाओं की मदद करे. सरकार ने विधेयक पेश किया और इसे जेपीसी को भेज दिया गया है. हमारी जेपीसी के सभी सदस्य इस विधेयक पर चर्चा करेंगे. हम जेपीसी के सदस्यों के साथ मुस्लिम समुदाय की सभी चिंताओं पर चर्चा करेंगे."


नए लोगों को मौका देना चाहते हैं- जेपीसी चीफ
उन्होंने कहा, "हमें वक्फ विधेयक के बारे में अपनी चर्चा को सिर्फ हितधारकों तक सीमित नहीं रखना चाहिए. राज्य वक्फ बोर्डों के अध्यक्षों और अल्पसंख्यक समुदाय के प्रमुख संगठनों जैसे कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के साथ भी इस पर चर्चा करना महत्वपूर्ण है. ऐसा करके हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम ज्यादातर लोगों को मौका दें."