भाजपा ने बताया किस लिए मौलाना तौकीर रजा दे रहे विवादित बयान
Maulana Tauqeer Raza: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने बयान दिया है कि कई युवा धर्म परिवर्तन करना चाहते हैं और वह अपनी मन पसंद की शादी करना चाहते हैं. इस बयान को भाजपा ने सुर्खियां बटोरने के लिए दिया गया बयान बता रहे हैं.
Maulana Tauqeer Raza: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने कहा है कि कई हिंदू लड़के-लड़कियां उनके संपर्क में हैं, जो मुस्लिम धर्म में आना चाहते हैं और अपने मनपसंद से शादी करना चाहते हैं. इस पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे बयान सुर्खियों में आने के लिए दिए जा रहे हैं. राकेश त्रिपाठी ने कहा, "मौलाना तौकीर रजा जानबूझकर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आने की कोशिश करते रहते हैं. ऐसा ही प्रयास उन्होंने फिर किया. धर्मांतरण कराने का ये प्रयास घिनौना और चिंता में डालने वाला है. निश्चित तौर पर ऐसे किसी प्रयास पर सरकार रोक लगाएगी."
देश की आंतरिक सुरक्षा
राकेश त्रिपाठी ने कहा, किसी को लोभ-लालच देकर या बहला-फुसला और डरा-धमका कर अगर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे हैं, तो आप देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा. मौलाना तौकीर राजा की तमाम गीदड़ भभकियां सिर्फ सुर्खियों में आने के लिए होती हैं. उनके इन बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए.
धर्म परिवर्तन
बता दें कि इससे पहले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा था कि कई हिंदू लड़के और लड़कियों उनके संपर्क में हैं, जो सनातन धर्म छोड़कर मुसलमान होना चाहते हैं और अपने पसंद के मुस्लिम लड़के और लड़की से शादी करना चाहते हैं. मौलाना तौकीर ने बताया कि ऐसे हिंदू-लड़के और लड़कियों की सामूहिक शादी का, कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है.
21 जुलाई को सामूहिक शादी
उन्होंने बरेली के नगर मजिस्ट्रेट से आगामी 21 जुलाई को सामूहिक शादी कार्यक्रम आयोजन की अनुमति भी मांगी है. IMC द्वारा नगर मजिस्ट्रेट को भेजे गए मांग पत्र में कहा गया है कि कई हिंदू युवक-युवतियां उनके संपर्क में है, जो धर्म परिवर्तन करके अपनी मनपसंद शादी करना चाहते हैं. सभी युवक-युवतियां बालिग हैं और उन्हें न तो कोई प्रलोभन दिया गया है और न ही किसी तरह का दबाव बनाया गया है. भारतीय संविधान के तहत वे कानूनन अपनी शादियां करना चाहते हैं. देश में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करने के लिए इस तरह के सामूहिक शादी कार्यक्रम की इजाजत दी जाए.