Mufti Salman Azhari: 10 माह बाद जेल से बाहर आएंगे मुफ्ती सलमान अजहरी; PASA एक्ट में SC से मिली राहत
Mufti Salman Azhari: 10 महीने से जंल में बंद मशहूर मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती सलामन अजहरी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. कोर्ट ने मुफ्ती पर लगे PASA एक्ट को भी रद्द कर दिया है. मुस्लिम उपदेशक को इसी साल 4 फरवरी को गुजरात एटीएस ने भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुंबई से गिरफ्तार किया था.
Mufti Salman Azhari: मशहूर मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती सलामन अजहरी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अदालत ने मुफ्ती अजहरी को रिहा करने का आदेश दिया है. गुजरात सरकार की तरफ से पेश की गई तमाम दलीलों के बावजूद कोर्ट ने उन्हें तत्काल राहत देने का फैसला किया है.
10 महीने बाद जेल आएंगे बाहर
मुफ्ती सलमान अज़हरी को गुजरात पुलिस द्वारा दायर तीन मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी है, लेकिन वह असामाजिक गतिविधियों की रोकथाम (PASA) एक्ट के तहत जेल में थे. वह पिछले 10 महीने से जेल में बंद थे. आज सुप्रीम कोर्ट ने PASA के तहत उनकी हिरासत को कैंसिल करते हुए फौरन उन्हें वडोदरा जेल से रिहा करने का आदेश दिया. मुफ़्ती सलमान अज़हरी के समर्थकों ने बार-बार उनकी रिहाई की मांग कर रहे थे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले बाद मुफ्ती सलमान अज़हरी के समर्थकों ने खुशी की जताते हुआ कहा कि सच्चाई की जीत हुई.
क्या है पूरा मामला?
मुफ्ती सलमान अज़हरी को कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के सिलसिले में 4 फरवरी को गुजरात पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें गुजरात ले जाया गया. उनके ऊपर गुजरात के जूनागढ़ में के एक प्रोग्राम में भड़काऊ भाषण देने का आरोप था.
मुफ्ती अजहरी का वीडियो सोशल मीडिया वायरल होने के बाद गुजरात पुलिस ने इस्लामिक उपदेशक और दो आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 बी (विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) के तहत FIR दर्ज की थी. इसके बाद गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मुफ्ती को मुंबई से हिरासत में ले लिया और दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर जूनागढ़ ले गई थी.