मुफ्ती सलमान अजहरी की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने सुनाया ये फैसला
Mufti Salman Azhari: मौलाना के भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद प्रोग्राम के ऑर्गनाइजर मोहम्मद यूसुफ मलिक और अजीम हबीब ओडेदरा के खिलाफ एक केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने 3 फरवरी को दोनों आयोजकों मलिक और हबीब को गिरफ्तार कर लिया था.
Mufti Salman Azhari: मशहूर मुस्लिम स्कॉलर मुफ्ती सलमान अजहरी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. ये फैसला गुजरात में कच्छ जिले की एक कोर्ट ने दिया. मुंबई के रहने वाले मुफ्ती अजहरी के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का इल्जाम है. बता दें कि कच्छ-पूर्व पुलिस ने बुधवार को उन्हें हिरासत में ले लिया था.
कच्छ-पूर्व पुलिस की अपराध शाखा (एलसीबी) के एक अफसर ने बताया कि मुफ्ती अजहरी को यहां लाया गया और औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद एलसीबी ने उन्हें भचाऊ में न्यायिक मजिस्ट्रेट योगिता शर्मा के सामने पेश किया और उनकी 14 दिन की रिमांड मांगी. लेकिन जज ने पुलिस को उनकी हिरासत सिर्फ रविवार तक के लिए दी.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि गुजरात पुलिस ( Gujarat News ) ने 31 जनवरी की रात जूनागढ़ में एक धार्मिक प्रोग्राम में भड़काऊ भाषण देने के इल्जाम में मुफ्ती को पांच फरवरी को मुंबई से गिरफ्तार किया था. उनके भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद जूनागढ़ पुलिस ने FIR दर्ज की थी. लेकिन इसके बाद भी 6 फरवरी को कच्छ-पूर्व पुलिस ने 31 जनवरी को कच्छ जिले के भचाऊ तालुका के सामाखियारी गांव में एक धार्मिक प्रोग्राम में भड़काऊ भाषण देने के लिए अजहरी के खिलाफ दूसरी FIR दर्ज की थी.
मौलाना के भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद प्रोग्राम के ऑर्गनाइजर मोहम्मद यूसुफ मलिक और अजीम हबीब ओडेदरा के खिलाफ एक केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने 3 फरवरी को दोनों आयोजकों मलिक और हबीब को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन अजहरी की इस दिन गिरफ्तारी नहीं हुई थी. हालांकि, गुजरात एटीएस ने इसके दूसरे दिन बाद यानी 4 फरवरी को ही गिरफ्तार कर लिया था.