Hindu Muslim Unity in Tamilnadu: तमिलनाडु से हिंदू मुस्लिम एकता की एक बेहतरीन तस्वीर सामने आई है. यहां 17-19 दिसंबर तक तेज बारिश हुई इसके पेशेनजर यहां बाढ़ आ गई. इसके बाद यहां पर मु्स्लिम समुदाय के लोगों ने सभी धर्मों के लोगों के लिए मस्जिद के दरवाजे खोल दिए. तिरुनेलवेली और थूथुकुडी जिलों में लगभग 50 मस्जिदों को राहत शिविरों में बदल दिया. मस्जिद में आश्रय लेने वालों में ज्यादातर हिंदू थे.


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तमिलनाडु में जब मूसलाधार बारिश के कारण कई लोगों के घरों में पानी भर गया, तो मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने अपनी मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए. अकेले तिरुनेलवेली शहर के पास पातापत्थु में लगभग 1000 लोगों ने मस्जिदों में शरण ली. एसडीपीआई के मोहम्मद गनी ने मीडिया से कहा, अकेले थूथुकुडी जिले में 150 मस्जिदों में से लगभग 30 को राहत केंद्रों में बदल दिया गया. 


चार दिनों के दौरान, मस्जिद में कोई प्रार्थना नहीं हुई क्योंकि प्रार्थना कक्ष में बाढ़ प्रभावित पीड़ित थे. फंसे हुए पीड़ितों को बचाने और उन्हें मस्जिदों में लाने के लिए कई मुस्लिम स्वयंसेवक अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ग्रस्त इलाकों में गए.


बाढ़ पीड़ितों को दिन में तीन बार गर्म भोजन परोसा गया, जबकि बच्चों को गर्म दूध और ब्रेड-बिस्किट दिये गये. लगातार बारिश के कारण होने वाली कठिनाई के बावजूद, स्वयंसेवकों ने मस्जिद परिसर में भोजन तैयार किया और पीड़ितों को खिलाया. मुस्लिम स्वयंसेवकों ने बीमार लोगों को दवाएँ भी प्रदान कीं और कपड़े और कंबल भी निःशुल्क वितरित किए.


मुस्लिम मिरर ने स्वयंसेवक निज़ाम मामा के हवाले से लिखा है कि "हमने एनजीओ कॉलोनी में मस्जिदों में रहने वाले लोगों को बिरयानी परोसी है." मुस्लिम स्वयंसेवकों ने आसपास के छात्रावासों और कोचिंग सेंटरों में फंसे कई छात्रों को मुफ्त में भोजन के पैकेट भी दिए.


एक स्वयंसेवक, जो गुमनाम रहना चाहता था, ने उसे ऐसा अवसर प्रदान करने के लिए 'अल्लाह' को धन्यवाद दिया और कहा, "हालांकि ऐसी स्थिति कभी दोबारा नहीं होगी, एक मुस्लिम के रूप में मुझे मानवता की सेवा करने में गर्व महसूस होता है, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो."


दक्षिणी तमिलनाडु के तीन जिलों, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जिलों में 17-19 दिसंबर के दौरान भारी बारिश हुई. इन जिलों में पिछले सप्ताह 6-13 दिसंबर, 2023 की तुलना में इन तीन दिनों के दौरान लगभग 100 प्रतिशत यह इससे ज्यादा बारिश हुई.