Nashik News: रामगिरी महाराज नामक एक हिंदू नेता ने पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम  (Prophet Muhammad (ﷺ) ) और इस्लाम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. इससे आज यानी 16 अगस्त को विवाद पैदा हो गया है. पुलिस ने मुस्लिम समुदाय के सदस्यों की शिकायतों के बाद महाराष्ट्र के दो जिलों में रामगिरी के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए. पुलिस ने बताया कि हाल ही में नासिक जिले की सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान रामगिरी महाराज ने यह आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. 


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संत की मुख्यमंत्री ने की थी तारीफ
वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रामगिरी की टिप्पणियों पर विवाद के बीच शुक्रवार को नासिक जिले में एक कार्यक्रम के दौरान उनके साथ मंच साझा किया और उन्हें ‘संत’ करार दिया था, जबकि मंत्री गिरीश महाजन और अहमदनगर के पूर्व सांसद सुजय विखे पाटिल ने मंच पर उनके पैर भी छुए. अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर तालुका में सरला बेट धाम के महंत रामगिरी महाराज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपनी विवादास्पद टिप्पणी का बचाव किया और कहा कि उनकी टिप्पणी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के जवाब में थी और उनका उद्देश्य हिंदू समुदाय के सदस्यों को एकजुट करना था. 


अपने बयान पर कायम है बाबा
रामगिरि महाराज ने अपने बयान पर उठे विवाद पर एक निजी मीडिया चैनल से कहा, “हिंदुओं को सतर्क रहना चाहिए. मुझे जो कहना था, मैंने कह दिया। मैं इस पर कायम हूं और इसके नतीजे भुगतने के लिए तैयार हूं.”


पूर्व सांसद इम्तियाज जलील की कार्रवाई की मांग
वहीं, AIMIM के नेता और पूर्व लोकसभा सांसद इम्तियाज जलील ने दावा किया कि रामगिरि महाराज की टिप्पणी एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. 


धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज
पुलिस ने नासिक के येओला और छत्रपति संभाजीनगर जिले के वैजापुर में रामगिरी महाराज के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं. पुलिस ने बताया कि वैजापुर में एक स्थानीय व्यक्ति की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 302 (किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर शब्द बोलना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.


लोगों ने किया थाने का घेराव
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर शहर में शुक्रवार को मुसलमानों का एक समूह थाने के बाहर जमा हो गया और पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए रामगिरी महाराज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद तनाव उत्पन्न हो गया. पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने हिंदू धार्मिक नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शहर के पुलिस आयुक्त को एक पत्र लिखा है.