Nuh Violence: मकामी इंतेजामिया की तरफ से इजाजत नहीं दिए जाने के बावजूद सोमवार (28 अगस्त) को नूंह में 'जलाभिषेक' यात्रा फिर से शुरू करने के हिंदू ग्रुपों के ऐलान के मद्देनजर, पूरे नूंह में सिक्टयोरिटी बढ़ा दी गई है. 3 से 7 सितंबर तक नूंह में होने वाली जी20 शेरपा ग्रुप की मीटिंग के मद्देनजर नूंह इंतेजामिया ने पहले ही यात्रा के लिए इजाजत देने से इनकार कर दिया है. 


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29 अगस्त तक इंटरनेट बंद


अफसरों ने कहा कि भले ही यात्रा करने की इजाजत नहीं दी गई है, लेकिन ऐसे इनपुट हैं कि कुछ ऑर्गेनाइजेशन ने हरियाणा और पड़ोसी राज्यों के लोगों को 28 अगस्त को नूंह पहुंचने के लिए कहा है. उपायुक्त नूंह, धीरेंद्र खडगटा ने कहा, "यात्रा के मद्देनजर नूंह पुलिस की तरफ से सभी जरूरी इंतेजाम किए गए हैं. कानून और अमन बनाए रखने के लिए काफी तादाद में पुलिस तैनात की गई है. एहतियात के तौर पर, नूंह में 26 अगस्त से 29 अगस्त तक इंटरनेट बंद है.


स्कूल किए गए बंद


28 अगस्त को सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और धारा 144 के साथ जिले में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. SP नूंह नरेंद्र बिजारनिया ने कहा, "मस्जिदों के आसपास पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है, जबकि पैरा मिलिट्री फोर्सेज नूंह जिले में निगरानी रख रही है. जिले में लगभग 700 हरियाणा पुलिस के जवान और 13 पैरा मिलिट्री फोर्सेज की कंपनियां तैनात हैं. पुलिस बाहरी लोगों की आवाजाही पर नजर रखेगी."


मीटिंग की इजाजत नहीं


DC ने कहा, "यात्रा की इजाजत देने से इनकार कर दिया गया है और किसी भी तरह की मीटिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी. हम मकामी लोगों से 28 अगस्त को नूंह के नलहर मंदिर में इकट्ठा होने के बजाय अपने गांव के मंदिरों में प्रार्थना करने की गुजारिश कर रहे हैं. अल्पसंख्यक आबादी को अपने घरों से बाहर निकलने से बचने के लिए कहा गया है." 


CM ने दिया बयान


मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने 27 अगस्त को बताया कि "पिछले दिनों नूह में जो इवेंट हुआ है, इसके चलते कानून के लिहाज से यात्रा की इजाजत नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि सावन का महीना है, सभी लोगों की 'श्रद्धा' है इसलिए मंदिरों में 'जलाभिषेक' करने की अजाजत रहेगी. सभी लोग अपने-अपने मकामी मंदिरों में जलाभिषेक कर सकेंगे.


क्या है पूरा मामला


पिछले महीने जुलाई में नूंह में शोभा यात्रा निकाली गई थी. इसी के चलते यहां हिंसा हो गई थी. हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी. यह हिंसा नहूं से गुरूग्राम तक पहुंची थी. इसके बाद काफी दिनों तक यहां पर इंटरनेट बंद रहा था. बड़ी तादाद में लोगों ने यहां से पलायन किया था.