Switzerland Burqa Ban: स्विट्जरलैंड की सरकार ने देशभर में नए साल की पहली सुबह से बुर्का, हिजाब पहनने पर पूरी तरह से बैन लागू कर दिया है. अब कोई भी महिलाएं पब्लिक प्लेसेस पर बुर्का,  हिजाब या किसी अन्य तरीके से पूरी तरह मुंह ढंक नहीं पाएंगी. अगर कानून का उल्लंघन करती हुई कोई पकड़ी गई तो उनके ऊपर सख्त एक्शन लिया जाएगा. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इस कानून का उल्लंघन करने पर 1000 स्विस फ्रैंक यानी करीब 96 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा.


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बता दें कि, स्विट्जरलैंड में साल 2021 में ही बुर्के बैन को लेकर वोटिंग हुई थी, तब जनमत संग्रह में 51.21 फीसदी नागरिकों ने बुर्के पर बैन लगाने के सपोर्ट में मतदान किया था. इसके बाद इसे लेकर स्विट्ज़रलैंड की संसद में साल 2022 कानून बनाया गया, जो आज यानी 1 जनवरी 2025 लागू हो रहा है.


इन देशों में पहले से ही महिलाओं को मुंह ढकने पर है बैन
स्विट्जरलैंड से पहले फ्रांस,  बेल्जियम, डेनमार्क,  नीदरलैंड, बुलगारिया और ऑस्ट्रिया में भी बुर्के पर बैन को लेकर कानून बनाया जा चुका है. इन देशों में कानून के बाद महिलाएं सार्वजनिक जगहों जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, रेस्तरां, पब्लिक ऑफिस, दुकान और दूरी जगहों पर अपना चेहरा पूरी तरह से नहीं ढक कर नहीं जाती है.


लोगों की क्या है राय?
हालांकि, कानून बनने के बाद स्विट्जरलैंड में लोगों ने दो तरह की राय दी.  कुछ लोगों का कहना है कि यह कानून मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ है, जो को उन्हें गलत तरीके से निशाना बनाता है. वहीं,  इस कानून का समर्थन करने वालों ने कहा कि यह कल्चरल वैल्यू और पब्लिक प्लेस पर सुरक्षा के नजरिए से बहुत ही जरूरी कदम है.


कुल आबादी में 5 फीसदी मुस्लिम 
कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि स्विट्जरलैंड में न के बराबर ही कोई महिला बुर्का पहनती है या मुंह ढकती है. वहीं, ल्यूसर्न यूनिवर्सिटी के 2021 के एक रिसर्च में बताया था कि यहां सिर्फ 30 महिलाएं ही नकाब पहनती हैं. स्विट्जरलैंड की कुल आबादी में करीब 5 फीसदी ही मुस्लिम है. इस कानून को लागू करने  से पहले