Waqf Board on ASI: वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी में चर्चा हो रही है, लेकिन उससे पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और वक्फ बोर्ड के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई है. ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष इमाम साजिद रसीदी ने सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहा है, ''अगर भाजपा सरकार वक्फ बिल में संशोधन करती है, तो भारत के 30 करोड़ मुसलमान सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.'' 


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ASI पर मौलाना का बड़ा इल्जाम
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ''एएसआई ने वक्फ संपत्तियों पर कब्जा कर रखा है और उन पर हमारा कानूनी अधिकार है.'' यह बयान वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को लेकर एएसआई और वक्फ बोर्ड के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद का हिस्सा है. इमाम रसीदी के इस बयान के बाद माहौल और गरमा गया है और कई अन्य धार्मिक नेता भी वक्फ बोर्ड के समर्थन में आ गए हैं. 


इन इमारतों पर है टकराव
एएसआई ने वक्फ संपत्ति घोषित 53 ऐतिहासिक इमारतों की लिस्ट सौंपी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एएसआई ने संसद की संयुक्त समिति को 53 ऐतिहासिक इमारतों की लिस्ट सौंपी है, जिन्हें एएसआई के संरक्षण में होने के बावजूद वक्फ संपत्ति घोषित किया गया है. इनमें महाराष्ट्र के संभाजीनगर (औरंगाबाद) में औरंगजेब का मकबरा, आगरा की जामा मस्जिद, कर्नाटक का बीदर किला और औरंगाबाद के पास प्रसिद्ध दौलताबाद किला शामिल हैं.


ASI ने सौंपी अहम जानकारी 
हालांकि, एएसआई ने अभी तक अपने 24 जोन में से सिर्फ 9 जोन की जानकारी ही सौंपी है. दिल्ली जोन की सूची, जो कि काफी महत्वपूर्ण है, अभी तक नहीं सौंपी गई है. उम्मीद है कि एएसआई जल्द ही बाकी जोन की जानकारी उपलब्ध करा देगा, ताकि वक्फ संपत्तियों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सके. 


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