अमेरिका और ब्रिटेन के हमले में मारे गए 17 हूती लड़ाके; गाजा हिंसा से जुड़ा है मामला
US and UK Attack on Houthi fighters: लाल सागर में जहाजों पर अपने हमलों को रोकने की कोशिश में, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जनवरी के मध्य से यमन में हौथी ठिकानों पर हमला कर रहे हैं.
US and UK Attack on Houthi fighters: गाजा में जारी हिंसा की लपटें पूरे मध्य पूर्व में फैल गई है. दरअसल, यमन में अमेरिका और ब्रेटेश के संयुक्त हमले में 17 हूती लड़ाके मारे गए हैं. हूती विद्रोहियों ने इस खबर की तस्दीक की है. हूती अधिकारिक मीडिया ने कहा, "अमेरिकी-ब्रिटिश के संयुक्त बमबारी की वजह से शहीद हुए लड़ाके के शवों को आज यमन की राजधानी सना में अंतिम संस्कार जुलूस निकाला गया है." इसके अलावा शनिवार को उनके नामों की सूची बनाई जा रही है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, लाल सागर में जहाजों पर अपने हमलों को रोकने की कोशिश में, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जनवरी के मध्य से यमन में हौथी ठिकानों पर हमला कर रहे हैं. ईरान समर्थित हूती विद्रोही, जो होदेइदाह बंदरगाह समेत युद्धग्रस्त यमन के ज्यादातर हिस्सों पर काबिज हैं, गाजा हिंसा के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए इसराइल से जुड़े जहाजों को निशाना बना रहा हैं.
अमेरिका ने कही ये बात
अमेरिका ने 7 फरवरी को कहा था कि अमेरिकी सैनिकों ने मिसाइल लॉन्चरों के खिलाफ कई छापे मारे हैं, क्योंकि हूती लड़ाके उन्हें लाल सागर में जहाज और अमेरिकी युद्धपोतों के खिलाफ लॉन्च करने की तैयारी कर रहे थे. हमलों में मारे गए हूती लड़ाके के दफनाने के लिए शनिवार को सना की अल-शाब मस्जिद, जो पहले अल-सालेह मस्जिद थी, में बड़ी संख्या में समर्थक इकट्ठा हुए थे.
हूतियों ने ब्रिटेन और अमेरिकी जहाजों को बनाया था निशाना
7 फरवरी को हूती संगठन की समाचार एजेंसी ने बताया कि अमेरिका और ब्रिटेन ने होदेइदाह प्रांत में लक्ष्यों को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने लाल सागर में दो हमलों में अमेरिकी और ब्रिटिश जहाजों को निशाना बनाया था, जिससे मामूली क्षति हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. वहीं, गाजा में बीते साल 7 अक्टूबर जंग जारी है. इस हिंसा में अब तक 28 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.