Bangladesh Violence Update: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन को लेकर हिंसा भड़की हुई है. जिसमें अबतक 105 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 2500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इस हिंसा के बीच 778 से ज्यादा भारतीय स्टूडेंट्स को घर लौटने पर मजबूर होना पड़ा है. 


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क्या है पूरा मामला
पोड़ोसी मुल्क में सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन को फिर से लागू करने को लेकर कई सप्ताह से लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर के ज़्यादातर स्टूडेंट 19 जुलाई को पूर्वोत्तर में सीमा पार करके वापस लौटने पर मजबूर हुए हैं. कैब और सुरक्षा एस्कॉर्ट के ज़रिए छह घंटे की यात्रा करके छात्र दो मुख्य सड़कों से भारत पहुँचे. 


यूनिवर्सिटी में भड़की हिंसा की आग
त्रिपुरा में अगरतला के पास अखुरा में अंतर्राष्ट्रीय भूमि बंदरगाह और मेघालय में दावकी में अंतर्राष्ट्रीय भूमि बंदरगाह करीब पूरी तरह से इंटरनेट बंद होने और टेलीफ़ोन सेवाओं के बुरी तरह प्रभावित होने से भारतीय छात्रों का अपने परिवारों से संपर्क टूट गया, जिससे उन्हें अस्थायी रूप से बांग्लादेश छोड़ना पड़ा. छात्रों, सरकार समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें पिछले महीने शुरू हुईं, हालांकि, सोमवार को तनाव तब बढ़ गया, जब ढाका यूनिवर्सिटी में छात्रों की झड़प हुई, जिसमें मंगलवार को छह लोगों की मौत हो गई और सरकार को देश के सभी विश्वविद्यालयों को बंद करना पड़ा.


30 फीसद रिजर्वेशन की हो रही है मांग
देश में उच्च बेरोजगारी दर से नाराज स्टूडेंट साल 1971 के स्वतंत्रता संग्राम के दिग्गजों के परिवारों के लिए 30 फीसद रिजर्वेशन कोटा की बहाली को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए. सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली को 2018 में एक बड़े छात्र आंदोलन के बाद खत्म कर दिया गया था, लेकिन जून में एक अदालत ने इसे बहाल कर दिया था.