Israel Hezbollah Attack: पिछले पांच दिनों में लेबनान पर हुए हमलों में हिज़बुल्लाह को भारी नुकसान हुआ है. शुक्रवार को हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने से तेल की कीमतों में तेजी आई है. इस वक्त व्यापारियों का ध्यान ईरान की तरफ है और वह इस मामले में उसकी प्रतिक्रिा का इंतेजार कर रहे हैं.


कितनी हुई तेल की कमीतें


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ब्रेंट क्रूड 72 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया है, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट में मामूली बदलाव हुआ. इज़राइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत पर हवाई हमले में नसरल्लाह को मार गिराया, जिससे समूह और उसके प्रायोजक तेहरान को बड़ा झटका लगा. इसके अलावा, इस महीने ईरान समर्थित हूति विद्रोहियों के जरिए मध्य इज़राइल पर किए गए हमलों के बाद इज़राइली लड़ाकू विमानों ने यमन में ठिकानों पर बमबारी की है. 


फिलहाल, ईरान संघर्ष को बढ़ाने की जल्दी में नहीं दिख रहा है. राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल पर सीधे और तत्काल हमले का वादा करने से परहेज किया है.


ओपेक का मेंबर है ईरान


पिछले सप्ताह ब्रेंट में लगभग 3% की गिरावट आई थी, जबकि WTI में लगभग 5% की गिरावट आई थी. हालांकि, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह पर हमलों के बाद सोमवार को कीमतों में इजाफा देखने को मिला. ईरान प्रमुख उत्पादक और पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) का मेंबर है. एएनजेड रिसर्च ने एक नोट में कहा, "मध्य पूर्व में हमलों में हाल में हुए इजाफे से ईरान के सीधे संघर्ष में घसीटे जाने की संभावना बढ़ रही है, जिससे ओपेक उत्पादक देशों में आपूर्ति बाधित होने का खतरा बढ़ रहा है."


बता दें, इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच कई दिनों से तनाव जारी है. पेजर्स और वॉकी टॉकी हमले के बाद कई हवाई हमले में हिजबुल्लाह को भारी नुकसान हो चुकी है. शुक्रवार को हुए हमले में हिजबुल्लाह लीडर हसन नसरल्लाह की भी मौत हो गई थी.