America Attack on Houthis: अमेरिका और ब्रिटेन ने आज यानी 18 जनवरी को उत्तरी यमन में हूती ठिकानों पर बमबारी की है. हूती के जरिए संचालित अल-मसीरा टीवी ने बताया कि हमलों ने 5 प्रांतों में हूती ठिकानों पर हमला किया है, इसमें आतंकवादी संगठन के जरिए नियंत्रित लाल सागर पर मुख्य बंदरगाह होदेइदाह भी शामिल है. 


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समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमला 17 जनवरी की रात अदन की खाड़ी में एक अमेरिकी जहाज पर मिसाइल हमले के हूती विद्रोहियों के दावे के बाद हुआ. 


हूती विद्रोहियों का अमेरिका पर हमला
वहीं, हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने 17 जनवरी को अल-मसीरा टीवी पर कहा, "फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में और हमारे मुल्क के खिलाफ अमेरिकी और ब्रिटिश आक्रामकता के जवाब में, हमारे नौसैनिक बलों ने अदन की खाड़ी में अमेरिकी जहाज 'जिन्को पिकार्डी' को निशाना बनाकर मिसाइलों से हमला किया."


इसके बाद यूएस सेंट्रल कमांड ने बुधवार यानी 17 जनवरी को एक बयान में हौथी हमले की तस्दीक की, इसमें कहा गया कि जहाज थोड़ा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन उसने अपनी यात्रा जारी रखी है.


इसराइली शिप पर हमला
बीते साल 7 अक्टूबर, 2023 को इसराइल-हमास हिंसा शुरू होने के बाद से हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में अपने हमले बढ़ा दिए हैं, और गाजा पर इसराइली हमलों और घेराबंदी को खत्म करने की मांग की है. हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में इसराइली शिप को निशाना बनाया. जिसके बाद पूरे मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है. 


मध्य पूर्व में तनाव
ख्याल रहे कि हमास के लड़ाकों ने इसराइल पर बीते साल 7 अक्टूबर को जंग छेड़ दी. इस हिंसा में 1200 इसराइली नागरिकों की मौत हो गई. इसके बाद इसराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला बोल दिया. जिसमें 24 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इस हिंसा के बाद पूरी दुनिया दो हिस्सों में बंट गई है. एक हिस्सा इसराइल का सपोर्ट कर रहा है. वहीं दूसरा हिस्सा, खासकर मुस्लिम देश गाजा का समर्थन कर रहे हैं. इस वजह से पूरे मध्य पूर्व में तनाव भरा माहौल हो गया है.