बलूचिस्तान की निर्वाचित सरकार की प्रधानमंत्री डॉ नायला कादरी पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी की गुहार लगाने आज मां गंगा की शरण में पहुंची हैं. यहां पर चौधरी चरण सिंह वीआईपी घाट पर मां गंगा का खास पूजन हवन और दुधाभिषेक कर बलूचिस्तान की आजादी की दुआ की. प्रोग्राम में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंघानन्द सरस्वती सहित कई संत मौजूद रहे.


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भारत करे बलूचिस्ता का सपोर्ट


प्रधानमंत्री डॉ नायला कादरी का कहना है कि भारत सरकार यूनाइटेड नेशंस में हमारा समर्थन कर सकती है. क्योंकि बलूचिस्तान जब अपना मुद्दा यूनाइटेड नेशन में उठाता है, तो हमें साथियों की जरूरत है. अगर बलूचिस्तान आजाद होगा तो जब भी भारत को किसी भी बात की जरूरत होगी तो बलूचिस्तान भारत के साथ खड़ा होगा. आज बलूचिस्तान दुख तकलीफ में है. आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मौका है. शायद यह मौका कल ना हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो लाल किले से बोला था. आज उस पर उन्हें अमल करने की जरूरत है.


भारत बलूचिस्तान का एक ही दर्द है


बलूचिस्तान की प्रधानमंत्री डॉ नायला कादरी का कहना है कि एक चीज भारत को बलूचिस्तान से जोड़ती है कि एक धर्म का नाम लेकर भारत को भी हजारों साल तक रौंदा गया. अब बलूचिस्तान को रौंदा जा रहा है. अगर बलूचिस्तान यह जंग जीत ना सका तो इनका रुख भारत की तरफ होगा क्योंकि आज भी भारत में जितना आतंकवाद है वह पाकिस्तान की तरफ से ही आ रहा है. इनका कहना है कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर अवैध कब्जा किया.


बलूचिस्तान के लोगों के साथ जुल्म


नायला कादरी ने कहा कि आज बलूचिस्तान के नागरिकों के साथ जो हो रहा है उसके बारे में विश्व सोच भी नहीं सकता है. उसकी सोच से कहीं अधिक वहशीपना वहां के नागरिकों के साथ किया जा रहा है. उन्होंने आगे कि पाकिस्तान और चाइना मिलकर बलूचिस्तान की खनिजों को लूट रहे हैं. इनके आतंक को खत्म करने के लिए भारत के साथ कई देशों को बलूचिस्तान के साथ जुड़ना होगा.


आजादी के लिए जुटा रहीं जनमत


जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंघानन्द सरस्वती महाराज का कहना है कि बलूचिस्तान की निर्वाचित सरकार की प्रधानमंत्री डॉ नायला कादरी अपने देश की आजादी के लिए पूरी दुनिया में घूम कर जनमत जुटा रही हैं. भारत आकर उनके द्वारा बलूचिस्तान की आजादी के लिए जनमत जुटाया जा रहा है.