Bangladesh Violence: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं लगातार जारी है. अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस के दावों के बावजूद हिन्दुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है.  पिछले सप्ताह 5 दिसंबर को उत्तरी बांग्लादेश के सुनामगंज जिले में कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदुओं के घरों, दुकानों व स्थानीय लोकनाथ मंदिर पर हमला कर भारी नुकसान पहुंचाया था. इस मामले को लेकर इंटरनेशनल लेवल पर नोबेल पुरुस्कार विजेता युनूस की खूब आलोचना हुई थी.


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170 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
हालांकि, अब बांग्लादेश सरकार ने आलोचनाओं के बीच बड़ी कार्रवाई की है. मिली जानकारी के मुताबिक, सुनामगंज मामले में बांग्लादेश प्रवर्तन एजेंसियों ने शनिवार को चार लोगों को अरेस्ट किया है. साथ ही पुलिस ने 12 नामजद समेत 150 से 170 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है.


अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के दफ्तर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, सुनामगंज जिले के दोराबाजार इलाके में तोड़फोड़ करने के इल्जाम में सुल्तान अहमद राजू (20), इमरान हुसैन (31), अलीम हुसैन (19) और शाहजहां हुसैन (20) को अरेस्ट किया गया है.


इस वजह भड़की हिंसा
सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संबाद संस्था (BSS) ने प्रेस रिलीज के हवाले से बताया कि सुनामगंज जिले के रहने वाले आकाश दास ने 3 दिसंबर को फेसबुक पर एक पोस्ट किया था. इसके बाद ही जिले में तनाव फैल गया. हालांकि, उसने सोशल मीडिया से पोस्ट को फौरन हटा दिया, लेकिन उस पोस्ट के ‘स्क्रीनशॉट’ को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसकी वजह से इलाके में हिंसा भड़क गई.


पुलिस ने उठाया ये कदम
प्रेस रिलीज के मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने दास को फौरन अरेस्ट कर लिया, लेकिन उसकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे दूसरे थाने में ट्रान्सफर कर दिया गया और बताया गया कि उसी दिन भीड़ ने हिंदू कम्युनिटी के घरों, दुकानों और एक मंदिर में तोड़फोड़ की और उन्हें नुकसान पहुंचाया. जिला एसपी, डिप्टी कमिश्नर और सेना के जवान मौके पर पहुंचे और हालात को काबू किया. BSS की खबर के मुताबिक, पुलिस ने घटना में शामिल मुल्जिमों की पहचान कर ली है और शनिवार को 12 लोगों को नामजद करते हुए 150 से 170 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की.