Pakistan News: पाकिस्तान के पंजाब सूबे में एक प्राइवेट कॉलेज के कैंपस में हुई कथित रेप की घटना के खिलाफ स्टूडेंट्स के बढ़ते विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पंजाब सरकार ने सूबे के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी को तीन दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया है. वहीं, पंजाब पुलिस ने अब तक विरोध कर रहे 600 से ज्यादा स्टूडेंट्स को गिरफ्तार कर लिया है. सूबे में तनाव कि स्थिति बनी हुई है. सीएम मरियम नवाज हालात पर खुद नजर रख रही हैं.


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मामले को देखते हुए मरियम नवाज की अगुवाई वाली सरकार ने सभी प्रकार की पब्लिक मीटिंग पर रोक लगा दिया है. यह कदम स्टूडेंट्स के विरोध प्रदर्शन को कंट्रोल करने और जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी द्वारा शुक्रवार की नमाज के बाद ‘न्यायपालिका की स्वतंत्रता’ के लिए किए प्रस्तावित प्रदर्शनों का मुकाबला करने के लिए उठाया गया है. पंजाब सरकार ने ऐलान किया, "सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी शुक्रवार से रविवार तक बंद रहेंगे."


स्टूडेंट्स के साथ मुजरिमों जैसा सलूक
वहीं, पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में पूरे सूबे में 600 से ज्यादा स्टूडेंट्स को अरेस्ट किया है. हालांकि, पंजाब पुलिस के स्पोक्सपर्सन ने दावा किया कि अरेस्ट किए गए कई स्टूडेंट्स को उनके गार्जियंस से हलफनामा लेने के बाद रिहा कर दिया गया है. दूसरी तरफ, अभिभावकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने स्टूडेंट्स के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया, जिससे दर्जनों स्टूडेंट्स घायल हो गए. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस एहतजाज कर रहे स्टूडेंट्स के साथ कठोर और मुजरिमों जैसा व्यवहार कर रही है.


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तीन स्टूडेंट्स की हालत नाजुक 
बता दें कि पंजाब सूबे के कई शहरों में सोमवार से ही हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें आ रही हैं कि लाहौर के ‘पंजाब कॉलेज फॉर विमेन’ में एक स्टूडेंट के साथ सिक्योरिटी गार्ड द्वारा कथित तौर पर रेप किया गया. इस घटना के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन में कम से कम 50 स्टूडेंट्स जख्मी हो गए हैं, जिनमें से तीन की हालत नाजुक है.


38 सीनियर पत्रकारों पर मामला दर्ज
इस बीच, सीएम मरियम नवाज ने कहा कि रेप की कथित घटना का कोई सबूत नहीं मिला है और यह "फेक न्यूज" है. वहीं, पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी की साइबर क्राइम ब्रांच ने कथित ‘रेप की खबर’ फैलाने के लिए कुछ सीनियर जर्नलिस्ट, वकीलों, टिकटॉकर्स की गिरफ्तारी के लिए सूबे में छापेमारी की कार्रवाई की है. कथित रेप की घटना से जुड़े मामले में सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने के आरोप में 38 सीनियर पत्रकारों और टिकटॉकर्स के खिलाफ प्राथमिकी में दर्ज की गई है.