Eid Al Adha 2023: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने बुधवार को 84 बैन संगठनों की एक लिस्ट जारी की, जो ईद-उल-अजहा (Eid-Ul-Azha) के दौरान कुर्बान पशुओं के अवशेष एकत्र नहीं कर सकेंगे. इनमें 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के सरगना हाफिज सईद नेतृत्व वाले संगठन जमात-उद-दावा (JUD) की 10 तथाकथित धर्मार्थ शाखाएं भी शामिल हैं. 


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29 जून को है ईद उल अजहा


ईद-उल-अजहा का त्योहार बृहस्पतिवार को मनाया जाएगा. पाकिस्तान में लोग लाखों पशुओं की कुर्बानी करते हैं और आतंकवादी समूह उन जानवरों के अवशेष एकत्र करके उन्हें बेचते हैं और धन जुटाते हैं. पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने स्थानीय समाचार पत्रों में 84 संगठनों की सूची के साथ एक अधिसूचना प्रकाशित कराई है. 


संगठनों के खिलाफ होगी कार्रवाई


अधिसूचना में बताया गया है कि प्रतिबंधित संगठनों को किसी तरह की वित्तीय सहायता (नकदी या कुर्बान पशुओं के अवशेष) देने वालों के खिलाफ आतंकवाद रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. अधिसूचना में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है कि 84 प्रतिबंधित संगठनों में से 10 JUD की धर्मार्थ शाखाएं हैं. 


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इन अहम इदारों पर लगा प्रतिबंध-


अल-नफल ट्रस्ट लाहौर
इदारा खिदमत-ए-खल्क लाहौर
अल-दावतुल इरशाद पाकिस्तान
अल हंद ट्रस्ट फैसलाबाद
अल-मदीना फाउंडेशन
माज़ बिन जबल एजुकेशन ट्रस्ट
फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन अल-फजल फाउंडेशन
अल आइसर फाउंडेशन


दान में देते हैं अवषेश


ख्याल रहे कि ईद मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है. इसे पूरी दुनिया में मनाया जात है. इस दिन मुसलमान 2 रकात नमाज अदा करने ईदगाह जाते हैं. इसके बाद जो शख्स साहिबे निसाब है वह कुर्बानी कराता है. जो शख्स कुर्बानी कराता है, वह अपने जानवर की खाल को इलाके में एक्टिव किसी सामाजिक संगठन या मदरसे को दान करता है. इसके पैसे से उन लोगों का खर्च निकलता है.


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