Israel Palestine War: इजराइल और हमास जंग के बीच तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप अर्दोआन ने 21 अक्टूबर को नाटो चीफ स्टोलटेनबर्ग और यूक्रेनी राष्ट्रपति ब्‍लादिमिर ज़ेलेंस्की के साथ फोन कॉल पर गाजा पट्टी में मानवीय संकट पर चर्चा की है.


इजराइल को रोकने में परिणाम होंगे घातक


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्किए राष्ट्रपति अर्दोआन ने गाजा में बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघन के लिए पश्चिमी मुल्कों के रवैये को जिम्मेदार ठहराया और चेतावनी दी कि इजराइल को रोकने में उनकी विफलता के घातक परिणाम होंगे. राष्ट्रपति के मुताबिक, एर्दोगन ने नाटो के महासिचव स्टोलटेनबर्ग के साथ बातचीत में बेगुनाह नागरिकों को मानवीय सहायता पर चर्चा की. 


यूक्रेन के राष्ट्रपति से की बात


यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ, एर्दोगन ने रूस-यूक्रेन संकट के अलावा इजराइल और फिलिस्तीनियों के बीच संघर्ष और इलाके में मानवीय संकट के बारे में भी बात की. राष्ट्रपति अर्दोआन ने कहा, "इलाके में हिंसा, मुख्तलिफ रूप से इजराइल-फिलिस्तीनी संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीकों से हल करना मुमकिन है और तुर्किए इसके लिए हर मुमकिन कोशिश जारी रखेगा. 


गाजा पट्टी पर हमले न करने की थी गुजारिश


हाल में ही तुर्किए के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने इजराइल से गाजा पट्टी पर हमले न करने की गुजारिश की थी. इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि हमले का विस्तार करने पर हालात और खराब होंगे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "गाजा पर बढ़ते हमलों से और ज्यादा दर्द, मौत और आंसुओं के अलावा कुछ नहीं मिलेगा."


जंग में 5 हजार लोगों की मौत


अर्दोआन ने सभी मु्ल्कों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से गाजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम स्थापित करने की गुजारिश की थी. बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला कर दिया था, इस हमले में इजराइल के 1400 लोग मारे गए. वहीं इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. इजराइल के हमले में 4 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं.  


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