Kazakhstan News: कजाकिस्तान की एक इस्पात कंपनी में आग लगने से 32 लोगों की मौत हो गई है और 18 लोग लापता हैं. ये हादसा लक्ज़मबर्ग के आर्सेलरमित्तल में हुआ है. जिसके बाद वहां की सरकार ने कंपनी के साथ निवेश सहयोग को खत्म करने का हुक्म दिया है.


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घटना के बाद खदान के ऑपरेटर ने बताया कि मीथेन विस्फोट होने के बाद खदान में 252 लोग फंसे हुए थे, जिसमें से 206 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. निकाले गए लोगों में से 18 लोग शदीद जख्मी हैं. जिन्हें इलाज के लिए हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लापता 18 लोगों का शनिवार के दोपहर तक भी पता नहीं चल पाया था.
  
राष्ट्रपति ने क्या कहा?
कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और 29 अक्टूबर को राष्ट्रीय शोक दिवस का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा, "अपने मंत्रिमंडल को आर्सेलरमित्तल तेमिरताउ के साथ निवेश सहयोग बंद करने का भी हुक्म दिया, जबकि सरकार और कंपनी ने कहा कि वे एक सौदे को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रहे थे".


कंपनी ने कहा
वहीं इस मामले पर कंपनी ने कहा, "आर्सेलरमित्तल भी पुष्टि कर सकता है, जैसा कि कजाकिस्तान सरकार द्वारा आज से पहले बताया गया था, कि दोनों पक्ष आर्सेलरमित्तल तेमिरताउ के भविष्य के संबंध में बातचीत कर रहे हैं और हाल ही में एक लेनदेन के लिए एक एग्रीमेंट पर भी हस्ताक्षर किए हैं जो कजाकिस्तान गणराज्य को स्वामित्व हस्तांतरित करेगा". 


इससे पहले गई है पांच लोगों की जान
आर्सेलरमित्तल के साइट पर दो महिना पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है. यह दूसरी घटना है. इससे पहले हुई घटना में  पांच लोगों की मौत हो गई थी.