Foreign Minister on Gaza violence: गाजा में जारी हिंसा के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि गाजा में हिंसा का स्थायी हल ढूंढने की आवश्यकता है. उन्होंने इसके लिए दो राष्ट्र के ऑप्शन पर विचार करने की गुजारिश की.


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दरअसल, विदेश मंत्री एस जयशंकर 19 जनवरी को युगांडा की राजधानी कंपाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन के शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उनका ये बयान 19वें गुटनिरपेक्ष आंदोलन के शिखर सम्मेलन के दौरान गाजा पट्टी पर इसराइली हमलों की आलोचना करने की पृष्ठभूमि में आया है.


विदेश मंत्री ने क्या कहा?
जयशंकर ने पश्चिम एशिया में जारी हिंसा की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इसे इलाके के दूसरे हिस्सों में फैलने से रोकने की कोशिश होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘अभी गाजा में जारी लड़ाई हमारे लिए सबसे ऊपर है. इस मानवीय संकट को दूर करने के लिए एक स्थायी हल की जरूरत है, जो सबसे ज्यादा प्रभावित लोगों को फौरन राहत दे. यह भी साफ होना चाहिए कि दहशतगर्दी और किसी को बंधक बनाने जैसी घटना अस्वीकार्य है.’’


यूक्रेन हिंसा का किया जिक्र
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे यूक्रेन हिंसा का भी जिक्र करते हुए कहा, "आधुनिक संघर्ष ‘दुनिया में कहीं भी हो, उसका असर हर जगह’ होता है. गुटनिरपेक्ष आंदोलन अब अपने सातवें दशक में दाखिल हो चुका है. इस दौरान यह दुनिया बदल गई और हमारी क्षमताएं और आत्मविश्वास भी बदल गया है. हमें अपना हक मांगने और अपनी मांगों पर जोर देने के मामले में और ज्यादा हिम्मती होने की ज़रूरत है. हम जितना ज्यादा साझेदारी, सहयोग और एक-दूसरे को मजबूत करेंगे, हम उतना ही ज्यादा इस दुनिया को बदल सकते हैं.’’


7 अक्टूबर से जंग जारी
ख्याल रहे कि हमास और इसराइल के बीच 7 अक्टूबर से हिंसा जारी है. इस हिंसा में गाजा पट्टी में 24 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इसराइल गाजा पट्टी में जमीनी और हवाई हमले भी कर रहा है, जिससे ज्यादा मौतें हो रही है. वहीं कहीं-कहीं हमास के लड़ाके और इसराइली सेना में भीषण गोलीबारी हो रही है. इस हिंसा में अब तक 180 से ज्यादा इसराइली सैनिकों की मौत हो चुकी है.