Gaza News: हमास ने जारी किया वीडियो; अपने ही बंधकों को मार रही है इजराइली सेना
Gaza News: इजराइल लगातार गाजा पर हवाई हमले कर रहा है, जिनमें आम लोगों की जान जा रही है. अब खबर सामने आई है कि दो इजराइली बंदियों की भी हमले में मौत हो गई है. जिसका वीडियो हमास ने जारी किया है.
Gaza News: फिलिस्तीनी ग्रुप हमास की सशस्त्र शाखा ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें दो इजरायली बंदियों के शव दिखाने का दावा किया गया है, जो गाजा पर इजरायली हवाई हमलों में मारे गए थे. क़स्साम ब्रिगेड के जरिए सोमवार को जारी किए गए इस वीडियो में इजराइली कैदियों को बात करते हुए दिखाया गया है.
हमास ने जारी किया वीडियो
सशस्त्र समूह के जरिए किए गए ट्रांसलेशन के मुताबिक, वीडियो के पहले हिस्से में, इजरायली मीडिया के जरिए पहचानी गई एक महिला बंदी की पहचान 26 वर्षीय नोआ अरगामनी के रूप में की गई है और दो पुरुष बंदियों ने प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से गाजा पर हमले को समाप्त करने का आग्रह किया है. दूसरे भाग में, अरगामनी ने कहा कि दो बंदी व्यक्ति "हमारे अपने [इजरायली] हवाई हमलों के कारण" मारे गए. वीडियो दो बंदियों के शवों को दिखाने के साथ समाप्त होता है. यह साफ नहीं है कि वीडियो कब लिया गया.
क़स्साम ब्रिगेड ने क्या कहा?
क़स्साम ब्रिगेड के जरिए जारी किए गए बयान के मुताबिक इजराली सेना के हमलों में दो बंदियों की मौत हुई है. इजरायली सैन्य प्रवक्ता डेनियल हगारी ने वीडियो में दिखाई गए लोगों की पहचान की है. उनके मुताबिक इनमें से एक का नाम स्विर्स्की है. लेकिन, परिवार के गुजारिश की वजह से दूसरे शख्स के नाम का खुलासा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि हमें पता होता कि वहां बंदी हैं तो हम वहां हमले नहीं करते.
हमास ने बनाए थे 240 बंदी
इज़रायली अधिकारियों के मुताबिक, फिलिस्तीनी ग्रुप ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमला करके लगभग 240 लोगों को बंदी बना लिया था. इस हमले में 1,139 लोग मारे गए थे. इसके बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की थी जो अभी तक जारी है. गाजा में अभी तक 24,100 लोगों की जान जा चुकी है. बाद में सोमवार को, इज़राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि हमास वीडियो जारी करके बंधकों के परिवारों पर "मनोवैज्ञानिक दबाव" डालने की कोशिश कर रहा है.
कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता में लंबी बातचीत के बाद नवंबर के आखिर में एक सप्ताह के सीजफायर के दौरान 100 से ज्यादा बंदियों को मुक्त कर दिया गया था. बदले में, इज़राइल ने सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को जेलों से रिहा कर दिया था.