Haj News: सऊदी अरब में रविवार को भीषण गर्मी के बीच बड़ी संख्या में हाजियों ने हज किया. इस दौरान शैतान को प्रतीकात्मक रूप से पत्थर मारने की रस्म अदा की. जॉर्डन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘पेट्रा’ के मुताबिक, हज यात्रा के दौरान जॉर्डन के 14 हाजियों की लू लगने से मौत हो गई है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह सऊदी अरब में मृतकों को दफनाने या शव को जॉर्डन भेजने के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है. इस बार हज यात्रा के दौरान 5 ईरानी हाजियों की मौत हो गई है.


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19 लोगों की मौत
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक "जॉर्डन के 14 तीर्थयात्रियों की हज के दौरान मौत हो गई तो वहीं 17 अन्य लोग लापता हैं." ईरानी रेड क्रिसेंट के प्रमुख पिरहोसैन कूलिवंद ने कहा, "इस साल हज के दौरान मक्का और मदीना में अब तक 5 ईरानी तीर्थयात्रियों की जान चली गई."


क्या है हज?
आपको बता दें कि अरबी महीने जिलहिज्जा में पूरी दुनिया के मुसलमान सऊदी अरब में जमा होते हैं और हज करते हैं. इल्लाम के जरूरी सिद्धांत हैं. इसमें खुदा को एक मानना, नमाज अदा करना, रमजान के महीने में 30 रोजे रखना, जिंदगी में कम से कम एक बार हज करना और जिनके पास माल व दौलत है उनपर जकात देना जरूरी है. हज उन लोगों पर फर्ज है जो मालदार हैं.


क्यों मारते हैं शैतान को पत्थर
हज करने के दौरान कई रस्में अदा की जाती हैं. इनमें से एक रस्म है शैतान को पत्थर मारना. शैतान को प्रतीकात्मक रूप से पत्थर मारने की रस्म हज यात्रा के अंतिम दिनों में विश्वभर के मुस्लिमों के लिए ईद- उल-अजहा की शुरुआत का प्रतीक है. शैतान को पत्थर मारना इस्लाम के पांच स्तंभों और हज की अंतिम रस्मों में से एक है. यह रस्म पवित्र शहर मक्का के बाहर अराफात की पहाड़ी पर 18 लाख से अधिक हज यात्रियों के एकत्र होने के एक दिन बाद हुई, जहां हज यात्री हज की वार्षिक पांच दिवसीय रस्में पूरी करने आते हैं.


सऊदी अरब में गर्मी
आपको बता दें कि सऊदी अरब में जबरदस्त गर्मी और धूप है. इससे बचने के लिए यहां कई उपाय किए जा रहे हैं. जैसे छाते का इस्तेमाल, अपने सर पर पानी डालना, जगह-जगह पानी के फव्वारे से अपने आपको भिगोना आदि. यहां लोग सलाह भी दे रहे हैं कि अपने आपको कैसे धूप से बचाना है.