India reply to Iran: ईरान के सीनियर लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के जरिए भारत को लेकर दिए गए बयान के बाद भारता का बयान आया है. उ विदेश मंत्रालय ने उनकी टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे "गलत सूचना पर आधारित और अस्वीकार्य" बताया है. बता दें, खामेनेई ने कहा था कि सच्चे मुसलमान म्यांमार, गाजा और भारत में मुसलमानों की "पीड़ा" को नजरअंदाज नहीं कर सकते.


भारत ने क्या खामेनेई के बयान पर क्या कहा?


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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को दूसरों के बारे में टिप्पणी करने से पहले अपने रिकॉर्ड को रिव्यू करना चाहिए. रणधीर जायसवाल ने कहा,"हम ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के बारे में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं. ये गलत सूचनाएं हैं और अस्वीकार्य हैं."


उन्होंने खामेनेई को सलाह दी कि वह माइनोरिटी के बारे में टिप्पणी करने से पहले अपने खुद के रिकॉर्ड चेक करें. दोनों देशों के बीच पारंपरिक रूप से मजबूत संबंध रहे हैं और मई में उन्होंने ईरानी बंदरगाह चाबहार के विकास और संचालन के लिए 10 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे.


भारत, पाकिस्तान के कराची और ग्वादर बंदरगाहों को दरकिनार करते हुए ईरान, अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक माल परिवहन के लिए ओमान की खाड़ी के साथ ईरान के दक्षिण-पूर्वी तट पर चाबहार बंदरगाह का विकास कर रहा है.


इजराइल ने भी कही ये बात


खामेनेई के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने उन्हें अपने ही लोगों का "हत्यारा और अत्याचारी" करार दिया. अजार ने लिखा, "खामेनेई आप अपने ही लोगों के हत्यारे और अत्याचारी हैं. इजरायल, भारत और सभी लोकतंत्रों में मुसलमानों को आजादी मिली हुई है, जो ईरान में नहीं है. मैं चाहता हूं कि ईरान के लोग जल्द ही आजाद हो जाएं."