Hamas Israel War: इजराइल और हमास के लड़ाकों के बीच जंग जारी है. इस जंग में 2 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. जान गवानें वालों में सबसे ज्यादा बच्चे शामिल है. पश्चिमी मुल्क इजराइल के समर्थन में बयान दे रहे हैं, वहीं कुछ मुल्क अभी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन इस बीच भारत ने हमास और फिलिस्तीन जंग पर अपना रुख साफ कर दिया है. भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ-साफ कह दिया है कि इंडिया ने हमेशा से ही एक अलग और स्वतंत्र फिलिस्तीन राज्य का समर्थन किया है.


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इसके साथ ही भारत सरकार ने शांतिपूर्ण समाधान के लिए सीधी बातचीत की भी वकालत की है. विदेश मंत्रालय ने अपना रुख साफ करते हुए अपने अधिकारिक बयान एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "इस संबंध में हमारी नीति लंबे वक्त से एक ही रही है. भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सीमाओं के तहत इजराइल के साथ एक आजाद, संप्रभु और व्यवहार्य फिलिस्तीन राज्य की स्थापना की वकालत की है."


हाल में ही 7 अक्टूबर की तड़के सुबह हमास के लड़ाकों ने इजराइल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट इजराइल पर दागें थे. इसके बाद लड़ाकों ने इजराइल के अंदर घुस के लोगों पर गोलीबारी की और सैकड़ों लोगों को अगवा कर लिया इस घटना में कम से कम 100 इजराइली लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद कई पश्चिमी मुल्कों ने हमास के हमलों को आतंकी हमला बताकर हमास की निंदा की, इसके साथ ही इस हमले को आतंकीवादी हमला करार देते हुए पीएम मोदी ने 7 अक्टूबर की शाम को ही एक्स पर लिखा, "इस कठिन वक्त में हम इजराइल के साथ खड़े हैं."


पीएम मोदी के इस पोस्ट को इंडिया के स्टैंड की तरह देख लिया था. इंडिया ने इस स्टैंड को मान्यता तब मिली, जब भारत में मौजूद इजराइली राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि इस समर्थन के लिए इजाराइल इंडिया की सराहना करता है. इसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स दो वर्ग में बट गए. एक वर्ग इजराइल का सपोर्ट करने लगा है, वहीं एक वर्ग फिलिस्तीन का सपोर्ट कर रहा है. 


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