Iran Attack on Mossad: ईरान ने आज यानी 16 जनवरी को इसराइल के इराक में मौजूद 'खूफिया एजेंसी हेडक्वार्टर' पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया. इस हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हुई है और 6 लोग घायल हो गए हैं. कुर्दिश क्षेत्रीय सरकार के सिक्योरिटी काउंसिल यह जानकारी दी है. इस बीच अमेरिका का बड़ा बयान आया है. अमेरिका ने इराक के इरबिल के पास ईरानी हमले को 'गैर-जिम्मेदाराना और अस्पस्ष्ट स्ट्राइक' बताया है. वहीं, 


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पूरे मध्य पूर्व जंग फैलने का खतरा
ये हमाल ऐसे समय में हुआ है, जब हमास और इसराइल के बीच चल रहे जंग के फैलने का खतरा पूरे मध्य पूर्व पर मंडरा रहा है. वहीं इराक ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है, "ये उसकी संप्रभुता का उल्लंघन है."


अमेरिका ने दी प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने इस हमले को लेकर दिए गए बयान में कहा, "हम हालात का आकलन करते रहेंगे, लेकिन शुरुआती जांच के आधार पर ये हमला गैर-जिम्मेदाराना और अस्पष्ट था. अमेरिका इराक की संप्रभुता, आजादी और अखंडता का समर्थन करता है."


रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने जारी किया बयान
वहीं, इससे पहले रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने अपने बयान में कहा, “यहूदी शासन के हालिया अत्याचार, जिसके तहत उसने हमारे गार्ड्स पर हमला किया और हमारे कमांडरों का कत्ल किया, उसके जवाब में इराक के कुर्दिश क्षेत्र में मौजूद मोसाद के हेडक्वार्टर को बैलिस्टिक मिसाइल से बर्बाद किया गया है. ” पिछले महीने, ईरान ने कहा था, "इजराइल की तरफ से दमिश्क में की गई स्ट्राइक में एक टॉप ईरानी जनरल सैयद रजी मौसवी की मौत हुई है."


गाजा में 7 अक्टूबर से हिंसा जारी
गाजा बीते साल 7 अक्टूबर से हिंसा जारी है. इसराइल, गाजा पर लगातार जमीनी और हवाई हमले कर रहा है. जिससे 24 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस युद्ध के वजह से पूरे मध्य पूर्व में तनाव भरा माहौल है. अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश इसराइल के पक्ष में हैं. वहीं, इरान समेत कई मुस्लिम मुल्क गाजा के साथ खड़े हैं.