Iran Israel Tension: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या का बदला लेने के लिए इसराइल पर सीधे अटैक करने का आदेश दिया है. मीडिया रिपोर्ट ने तीन ईरानी अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी दी है. खामेनेई ने 31 जुलाई को ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग में यह आदेश दिया.  रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन अधिकारियों में से दो ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के सदस्य हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसराइल पर होगा चौतरफा हमला
इससे पहले ईरान, हौथी संगठन, हिजबुल्लाह, हमास और तुर्की भी इजरायल पर सीधे हमला करने की धमकी दे चुके हैं. यानी इसराइल पर चारों दिशाओं से हमला हो सकता है. ईरान के धमकी के बाद इसराइल भी अलर्ट पर है. जराए ने बताया है कि इसराइली फौज किसी भी हमले से निपटने के लिए तैयार है. वहीं, अमेरिका ने भी मिडिल ईस्ट 12 वॉर शिप तैनात किए हैं. इससे साफ हाजिर होता है कि मिडिल ईस्ट में बहुत बड़ी जंग होने वाली है. 


रूस के दखल के बाद हो जाएगा वर्ल्ड वॉर
एक तरफ शांति के नाम पर अमेरिका अपने वॉर शिप को मिडिल ईस्ट में तैनात किया है. वहीं, दूसरी तरफ रूस ने भी ऐलान किया है कि वह किसी भी कीमत पर मिडिल ईस्ट में शांति भंग नहीं होने देगा. दोनों देशों के वार्निंग के बाद विदेश मामलों के जानकारों का कहना है कि अगर ऐसा होता है, तो सीधे तौर पर तीसरे विश्व युद्ध जैसी स्थिति हो सकता है. क्योंकि अमेरिका और रूस दोनों ही कट्टर दुश्मन देश हैं और युक्रेन हिंसा के बाद रूस, अमेरिका को फुट्टी कौड़ी नजर से देखना नहीं चाहता है. 


क्या है पूरा मामला
इससे पहले, खामेनेई ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक संदेश में कहा कि इसराइल ने अपने लिए "कठोर सजा" के लिए जमीन तैयार कर ली है. 31 जुलाई को इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने इसराइल पर तेहरान में एक "आतंकवादी हमले" में इस्माइल हानिया और उसके बॉडी गार्ड की हत्या करने का इल्जाम लगाया है. 


ईरानी सेना ने दी धमकी
ईरान की सेना ने हानिया और उसके बॉडी गार्ड की "शहादत" पर संवेदना व्यक्त की, साथ ही कहा कि हानिया मंगलवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान आये थे और पिछले कुछ सालों में वो कई बार ईरान आए हैं. इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने इसराइल के "आपराधिक कृत्य" की निंदा करते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय नियमों और कानूनों का उल्लंघन बताया और कहा कि इसराइल को ईरान से करारा जवाब मिलेगा.