Ismail Haniya funeral prayers: इसराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के चीफ इस्माइल हानिया और उनके अंगरक्षक की कथित तौर पर हत्या कर दी थी. जिसके बाद मध्य पूर्व में युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं. वहीं, हत्या के एक दिन बाद तेहरान यूनिवर्सिटी में हानिया की जनाजे की नमाज हुई है. सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हानिया की जनाजे की नमाज पढ़ाई है. जनाजे की नमाज में ईरान के राष्ट्रपति समेत कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया है. 


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कतर में किया जाएगा सुपुर्द ए खाक
जनाजे के बाद ताबूत को एक ट्रक में रखा गया और तेहरान में आजादी स्क्वायर की तरफ सड़क पर ले जाया गया, जिस पर लोगों ने फूल बरसाएं. तेहरान में जनाजे के बाद हानिया के बॉडी को 2 अगस्त कतर ले जाया जाएगा, जहां उनको सुपुर्द ए खाक किया जाएगा. हमास के चीफ इस्माइल हानिया ईरान के राष्ट्रपति पेजेशकियन शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आए थे. शपथ ग्रहण से पहले हानिया ने सुप्रीम लीडर खामेनेई से भी मुलाकात की थी. 


मिडिल ईस्ट में जंग के हालात
इसके कुछ घंटों बाद, तेहरान में हानिया के आवास पर हवाई हमला हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई. ईरानी अधिकारियों ने कहा कि हमले की जांच की जा रही है, लेकिन उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी है. ईरान के फौज से पहले हमास ने जानकारी दी थी कि हमास के चीफ की हत्या इसराइल ने की है. जिसके बाद ईरानी फौज ने इस खबर की दस्दीक की. जिसके बाद मिडिल ईस्ट में जंग के जैसे हालात हो गए. हमास, तुर्की, हिजबुल्ला, ईरान और हूती संगठनों ने हानिया की हत्या के पीछे इसराइल को जिम्मेदार ठहराया और इसराइल को जंग की धमकी दी.


मारा गया है हिजबुल्लाह का भी कमांडर
इसराइल ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर समूह के हमले के बाद हनीयेह और अन्य हमास नेताओं को मारने का संकल्प लिया था, जिसने गाजा में युद्ध को जन्म दिया था. यह हमला इजरायल के जरिए लेबनान की राजधानी बेरूत में ईरान के सहयोगी हिजबुल्लाह के एक शीर्ष कमांडर को निशाना बनाने के कुछ ही घंटों बाद हुआ. ईरान हमास के साथ-साथ हिजबुल्लाह और गाजा में इजरायल से लड़ने वाले दूसरे फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों का समर्थन करता है.