Iran on Lebanon War: ट्रंप का नहीं है खौफ, ईरान ने पश्चिमी देशों को दी धमकी, कहा- अगर युद्ध बढ़ा तो...
Iran on Lebanon War: गाजा में पिछले साल 7 अक्तूबर से हिंसा जारी है. इस हिंसा में अब तक 43 हजार लोगों की मौत हुई है. जबकि 1 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इस बीच ईरान ने पश्चिमी देशों को धमकी दी है.
Iran on Lebanon War: इजरायल लेबनान और गाजा पर लगातार बमबारी कर रहा है. इस बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने पश्चिमी देशों को धमकी दी है. उन्होंने पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि लेबनान और गाजा में जारी युद्ध अगर और बढ़ा तो इसका असर पश्चिम एशिया से बाहर भी होगा. यानी उन्होंने सीधे तौर पर अमेरिका को धमकी दी है. क्योंकि अमेरिका इस वक्त इजरायल का खुलकर समर्थन कर रहा है.
दुनियाभर में फैल जाएगा युद्ध
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि इजरायल ने गाजा और लेबनान में युद्ध विराम स्थापित करने के सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया और इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय यहूदी राज्य के अपराधों को रोकने में विफल रहा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "दुनिया को पता होना चाहिए कि अगर युद्ध फैलता है, तो इसके प्रतिकूल प्रभाव सिर्फ पश्चिम एशिया क्षेत्र तक ही सीमित नहीं रहेंगे. असुरक्षा और अस्थिरता ऐसी चीजें हैं जो दूसरे क्षेत्रों में भी फैल सकती हैं, यहां तक कि बहुत दूर तक भी."
विदेश मंत्री ने टिप्पणी की
सरकारी ईरानी एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक तेहरान में 'नसरल्लाह स्कूल ऑफ थॉट' नामक एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने यह टिप्पणी की. अराघची ने कहा कि इजरायल ने अपनी आक्रामकता और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन के कृत्यों को जारी रखते हुए न सिर्फ क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को खतरे में डाला, बल्कि इसने नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती पैदा की.
लेबनान और इजरायल में हाइब्रिड का जंग शुरू
अपने भाषण में ईरानी राजनयिक ने चेतावनी दी कि इजरायली शासन ने लेबनान के खिलाफ हाइब्रिड युद्ध शुरू कर दिया. जिसमें सैन्य, खुफिया और मीडिया उपकरण शामिल हैं. हालांकि, अघारची ने विश्वास जताया कि लेबनान का अभिजात वर्ग और राजनेता स्थिति को अच्छी तरह समझेंगे और इस कठिन समय को आम सहमति के साथ पार करेंगे. ईरानी विदेश मंत्री ने कहा, "लेबनान हर लेबनानी का घर है और यह देश हमेशा से मुसलमानों और ईसाइयों और दूसरे धर्मों के अनुयायियों के लिए शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की भूमि रहा है और रहेगा."