Houthi rebel: संयुक्त राज्य अमेरिका ने यमनी अंसार अल्लाह को "आतंकवादी संगठन" घोषित किया है. जिसके बाद इराकी कताइब हिजबुल्लाह के सेक्योरिटी जरनल अबू हुसैन अल-हमीदावी ने अब्दुल-मलिक अल-हौथी को एक संदोश भेजा है. जिसमें कहा गया कि यमन पर होने वाला हमला हमारे ऊपर हमला है. हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बयान में कहा था कि, "संयुक्त राज्य अमेरिका अंसार अल्लाह (हूती) को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी समूह के रूप में घोषित करने की घोषणा कर रहा है, जो आज से 30 दिन बाद प्रभावी होगा." 


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"अमेरिका का एक्शन स्वाभाविक"
कताइब हिजबुल्लाह के सिक्योरिटी जरनल अबू हुसैन अल-हमीदावी ने हूती को 'आतंकवादी संगठन' घोषित करने पर कहा अमेरिका का फैसला फिलिस्तीन में हो रहे ज़ुल्म और अल-कुद्स के मुद्दों पर हूती के बेबाक होकर फिलिस्तीन के लिए खड़े होने का नतीजा है. उन्होने आगे कहा अमेरिका का ये करना स्वाभाविक है. इसके अलावा हूती को ईरान के आर्मस सप्लाई करने वाले अमेरिका के आरोपों को निराधार बताया है. आपको बता दें इराकी कताइब हिजबुल्लाह ने इराक में मौजूद अमेरिका के आर्मी बेस पर कई हमले किए हैं. गाज़ा पर हमलों के विरोध में लेबनान, यमन, और इराक में मौजूद मिलिटेंट ग्रुप्स ने मोर्चा खोल रखा है. जिसके खिलाफ़ अमेरिका कई ऑपरेशन शुरु कर चुका है, आतंकवादी संघठन घोषित करना भी इसी कड़ी का हिस्सा है. 


हमास ने अमेरिका के फैसले की निंदा 
इस कड़ी में हमास ने वाशिंगटन के इस फैसले को एक तरफ़ा और इजरायल के पक्ष में बताते हुए निंदा की है. बुधवार के फैसले के जवाब में हूती के नेता मोहम्मद अब्दुल-सलाम ने कहा कि अमेरिका ने इस पदनाम का इस्तेमाल "राजनीतिक उद्देश्यों" के लिए किया है. उन्होंने आगे कहा कि फिलिस्तीन के समर्थन में हमारा ऑपरेशन जारी रहेंगा. हूती नेता ने अपने बयान में इस बात पर भी ज़ोर दिया की वाशिंगटन का ये फैसला ज़मीनी स्तर पर कोई असर नहीं डाल पाएगा, फिलिस्तीन की आज़ादी के लिए हम अपनी लड़ाई को और तेज़ करेंगे.