Iran Cyber attack on Israel: लेबनान पेजर और वॉकी-टॉकी हमलों से दहल गया है. इस हमले में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है. हिबुल्लाह ने कहा है कि इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ है. हालांकि, इजरायल ने इस हमले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इस बीच इजरायल में एक बड़ा कांड हो गया है. 


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल में साइबर हमला हुआ है. अचानक आधी रात को इजरायली फोन में अलार्म बजने लगे. जिसके बाद सभी मोबाइल फोन पर एक मैसेज आया. इस मैसेज में कहा गया था कि सभी लोग सुरक्षित जगह पर चले जाएं. इस मैसेज से पूरे इजरायल में हड़कंप मच गया. जिसके बाद इजरायली अधिकारी हरकत में आए और मैसेज की जांच कर रहे हैं.


ईरानी हैकरों का हाथ
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये मैसेज ईरानी हैकरों के जरिए प्रायोजित हो सकते हैं. वहीं, इजरायली मीडिया ने बताया है कि देर रात देशभर के इजरायलियों को आपातकालीन अलर्ट में फर्जी मैसेज मिले, जिसमें कहा गया है कि वे जहां है, वहां से निकलकर सुरक्षित स्थान पर चले जाए. 


इजरायली सेना ने क्या कहा?
वहीं इजरायली सेना IDF ने ऐसे संदेशों को फर्जी करार देते हुए कहा कि उन्होंने इजरायलियों को ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा. यह साइबर हमला हो सकता है. आईडीएफ के बयान में कहा गया है, "आपातकाल घोषित करने वाला संदेश हमारी ओर से नहीं भेजा गया था. होम फ्रंट कमांड की रक्षा नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है." 


मैसेज में क्या लिखा था
बुधवार आधी रात को कई इजरायलियों को आपातकालीन संदेश मिले। लोगों ने सोशल मीडिया पर इन संदेशों के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए. संदेश की हेडलाइन थी - "OREFAlert. हिब्रू भाषा में यह होम फ्रंट कमांड की तरह है. बताया जा रहा है कि इजरायलियों ने इस संदेश को आईडीएफ का संदेश समझ लिया और अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई. इजरायलियों को मिले टेक्स्ट मैसेज में एक लिंक था और उसके ऊपर गलत स्पेलिंग में लिखा था, "आपको सुरक्षित इलाके में जाना होगा."