Israel Hamas War: हमास-इसराइल के बीच पिछले 49 दिनों से जंग जारी है. इस दौरान इसारइल गाजा पट्टी पर लगातार हमले कर रहा है. जिसके वजह से गाजा पट्टी में 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इस बीच गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी की तरफ से चलाए जाने वाले अबू हुसैन स्कूल पर इसराइल ने हमला किया है. इस हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है. वहीं करीब 100 लोग घायल हो गए है. 


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गाजा पट्टी के एक डॉक्टर ने दावा किया है कि उत्तरी गाजा में जबालिया रिफ्यूजी कैंप को इसराइली सेना ने निशाना बनाया है. ये गाजा में सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंपों में से एक है. इस कैंप के अंदर अबू हुसैन स्कूल थी, जहां पर इसराइली सेना ने हमला किया है. इस हमले में 30 लोगों की मौत हो गई है. 


फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रायल ने क्या कहा?


अल-जजीरा के मुताबिक, युद्ध शुरु होने के बाद हजारों की संख्या में फिलिस्तीनी लोग जबालिया रिफ्यूजी कैंप में बमबारी से बचकर भागकर आए हैं. इस दौरान इसारइली सेना ने कैंप में चल रहे स्कूल को अपना निशाना बनाया है. इसके अलावा इसराइली सेना ने उत्तरी गाजा में इंडोनेशियाई हॉस्पिटल पर भी हमले किए हैं. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा ने कहा, "हॉस्पिटल पर बमबारी हुई है और स्कूल को निशाना बनाया गया है."


'दो जूस की रोटी' नहीं हो रही है नसीब


गाजा के अधिकारियों ने बताया कि इसराइल दक्षिणी गाजा में खान यूनिस में भी हमले तेज कर दिया है. इस हमले में 5 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. गाजा में पिछले 7 अक्टूबर से जंग जारी है. इस हिंसा में 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. युद्ध के वजह से गाजा में मानवीय संकट पैदा हो गई है. वहां के लोगों को दो जून की रोटी नसीब नहीं हो रही है. 


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