Israel Palestine War: इजराइल और हमास जंग के बीच इस्लामिक मुल्क मलेशिया ने हमास की खुलकर हिमायत की है. मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम ने कहा है, हमास को गाजा के लोगों ने चुना है और मलेशिया हमास के साथ अपने संबंधों को कायम रखेगा. उन्होंने कहा कि वो पश्चिमी मुल्कों के दवाब में आकर हमास की आलोचना नहीं करेंगे. 


पीएम ने कही ये बड़ी बात


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अनवर इब्राहिम ने 16 अक्टूबर को मलेशिया की संसद में कहा, "बैठकों में यूरोपियन मुल्क के अधिकारी बार-बार मलेशिया से हमास के हमले की निंदा करने के लिए दबाव बना रहे हैं लेकिन उनकी सरकार पश्चिमी मुल्कों के रवैये से सहमत नहीं है." इजराइल पर हमले को लेकर जहां मुस्लिम मुल्क भी हमास के साथ खड़े होने से बच रहे हैं. वहीं, मलेशिया खुलकर चरमपंथी संगठन हमास के साथ खड़ा है.


गाजा के लोगों ने हमास को चुना है


मलेशियाई पीएम अनवर ने कहा, "मैंने उनसे (पश्चिमी मुल्कों से) कहा है कि हमास के साथ हमारा रिश्ता हमारी नीति रही है और यह रिश्ता आगे भी कायम रहेगा. इस तरह हम उनके (पश्चिमी मुल्कों के) दबाव वाले रवैये से सहमत नहीं हैं, क्योंकि हमास गाजा में जनता की तरफ से चुनकर आया है और गाजा के लोगों ने उन्हें नेतृत्व करने के लिए चुना है." 


इस वजह से कर रहा है समर्थन


मलेशिया में 60 फीसदी मुस्लिमों की आबादी है. यह मुल्क फिलिस्तीनी अधिकारों का मुखर समर्थक है और इजराइल के साथ उसके राजनयिक संबंध नहीं है. हाल में ही मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा था, "इजराइल और हमास संघर्ष पर दुनिया का रुख एकतरफा है."


जमीन कब्जा कर रहा है इजराइल


उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "अंतरराष्ट्रीय समुदाय फिलिस्तीनी लोगों के प्रति सभी प्रकार की क्रूरता और उत्पीड़न को लेकर एकतरफा रुख बनाए हुए है. फिलिस्तीनियों की जमीन और संपत्ति पर लगातार इजरायल कब्जा करता जा रहा है. इस अन्याय की वजह से सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान गई है. मलेशिया फिलिस्तीनी लोगों के संघर्ष के साथ एकजुटता से खड़ा है."


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