Israel Palestine war: हमास-इसराइल जंग के बीच सऊदी अरब को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, इसराइल के साथ सभी तरह के संबंधों को खत्म करने को लेकर इस्लामिक-अरब शिखर समिट में प्रस्ताव पेश किया गया था, लेकिन इस प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है. सबसे ताकतवर मुस्लिम देश सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात समते 7 मुस्लिम देशों ने इस प्रस्ताव के विरोध किया है. जिसके बाद इसराइल के खिलाफ संपूर्ण बायकॉट का प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है.


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इस प्रस्ताव में कहा गया है, "इसराइल के साथ मुस्लिम मुल्क सभी तरह के आर्थिक और राजनयिक संबंध खत्म कर लें और इसराइली उड़ानों को अरब हवाई इलाके का इस्तेमाल न करने दे." इसराइली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्ताव में कहा गया था कि तेल उत्पादक इस्लामिक देशों को गाजा में सीजफायर के लिए इसराइल को धमकी दें कि अगर वो सीजफायर नहीं करता तो, उसे तेल की आपूर्ति रोक दी जाएगी. 


रिपोर्ट के मुताबिक, अरब मामलों के जानकार एहुद यारी ने कहा, प्रस्ताव को सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन, सूडान, मोरक्को, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मॉरिटानिया और जिबूती ने इसका विरोध किया और इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. हालांकि, 11 नवंबर को OIC के बैठक के बाद जारी अधिकारिक विज्ञप्ति में ऐसे किसी प्रस्ताव को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी. 


इसराइल और हमास के बीच पिछले 7 अक्टूबर से जंग जारी है. इस युद्ध में अब तक 13 हजार लोगों की मौत हो गई है. एक रिपोर्ट के मुतबाकि, गाजा में हर 10 मिनट में 1 बच्चे की जान जा रही है. इस युद्ध से गाजा पट्टी में मानवीय संकट पैदा हो गया है. लोगों को दो जून की रोटी नसीब नहीं हो रही है. 7 अक्टूबर को हमास ने इसराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 इसराइली नागिरकों की मौत हो गई. इसके बाद इसराइल ने गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. 


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