Israel-Palestine War Update: एक एनजीओ ने इजराइल की सेना पर गाजा में मृतकों के अंग चुराने का आरोप लगाया है, जिसके बाद इंटरनेशनल इनवेस्टिगेशन की मांग की जा रही है. एनजीओ ने दावा किया कि उसने इजरायली बलों के जरिए उत्तरी गाजा के अल-शिफा और इंडोनेशियाई अस्पतालों के साथ-साथ दक्षिण के अन्य अस्पतालों से दर्जनों लाशों को जब्त करने का डॉक्यूमेंटेशन किया है. उन्होंने यह भी दावा किया कि इजराइल ने अल-शिफा के एक कोर्टयार्ड में 10 दिन पहले एक सामूहिक कब्र से लाशें निकालीं और जब्त कीं.


डेड बॉडीज़ के निकले हुए थे अंग


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिकित्सा पेशेवरों ने कथित तौर पर पाया कि कोक्लीअ और कॉर्निया के साथ-साथ यकृत, गुर्दे और दिल जैसे जरूरी अंग गायब थे. एनजीओ को मानना है कि अंग चोरी किए गए हैं. रिपोर्ट में गाजा के कई अस्पतालों के डॉक्टरों के हवाले से बताया गया है कि चोरी को सिर्फ फॉरेंसिक मेडिकल जांच से साबित या अस्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि मौत से पहले कई शवों की सर्जरी की गई थी. उन्होंने दावा किया कि गाजा पर इजरायल के घातक हमलों को देखते हुए बरामद लाशों की पूरी जांच मुमकिन नहीं है.


अंगों का क्या करते हैं इजराइली?


यह पहली बार नहीं है जब इजराइली सेना पर फिलिस्तीनियों के अंगों को चुराने का इल्जाम लगा है. अपनी पुस्तक 'ओवर देयर डेड बॉडीज़' में, इज़राइली डॉक्टर मीरा वीस ने दावा किया है कि 1996 और 2002 के बीच मरने वाले फ़िलिस्तीनियों से अंग ले लिए गए और इज़राइली यूनीवर्सिटी में मेडिकल रिसर्च की गईं. जिन इज़राइली रोगियों को इसकी जरूरत थी उनको ये ऑर्गन ट्रांसप्लांट कर दिए गए.


ज्ञात हो कि हमास और इजराइल के बीच सीज फायर हुआ था, जिसे 2 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है. इस जंग में 13 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जानें जा चुकी है. सीज फायर के बाद अब लोगों को राहत की किरण नजर आ रही है. अब देखना होगा कि दोनों मुल्कों के बीच कब तक शांति बनी रहती है.