कुवैत में गिरफ्तार 34 नर्सें और चिकित्साकर्मी को किया गया रिहा, भारतीय दूतावास ने किया बड़ा काम
कुवैत के एक अस्पलाल में काम करने वाले 34 नर्सों और चिकित्साकर्मियों को अब रिहा कर दिया गया है. यह रिहाई कुवैत में मौजूद भारतीय दूतावास के दखल के बाद हुई है.
कुवैत में गिरफ्तार हुई 34 नर्सों और मेडिकल स्टाफ को भारतीय दूतावास के दखल देने के बाद बुधवार को रिहा कर दिया गया है. इल्जाम है इन लोगों ने निवास अनियमितता की खिलाफवर्जी की है. कुवैत में मौजूद भारतीय दूतावास ने X पर लिखा कि "12 सितंबर को कुवैत के अफसरों की तरफ से हिरासत में ली गई 34 भारतीय नर्सों/चिकित्सा मुलाजिमों को रिहा करा दिया गया है. कुवैत में सभी मुताल्लिका अफसरों के साथ भारतीय दूतावास के दखल की बुनियाद पर इन सबको आज रिहा कर दिया गया है."
निवास कानून को नहीं किया फॉलो
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक निवास कानून को फॉलो नहीं करने के इल्जाम में 34 मेडिकल लाइन से जुड़े स्टाफ को कुवैत ने गिरफ्तार कर लिया था. जब इसकी जानकारी भारतीय दूतावास को लगी तो इनकी रिहाई के लिए काम शुरू किया गया. गिरफ्तार की गई नर्सों का ताल्लुक केरल के अलग-अलग जिलों से था. इन सभी ने ईरानी शख्स के अस्पताल में 10 सालों तक काम किया. यह अस्पताल आब्बासिया में मौजूद है. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनमें से 11 आंध्रा प्रदेश और तमिलनाडु से थे.
परिवारों ने लगाई थी गुहार
भारत की नर्सों के गिरफ्तार होने के बाद उनके परिवार वालों ने भारत सरकार से राब्ता किया था. इसके बाद भारत सरकार की कोशिशों पर कुवैत में मौजूद दूतावास ने वहां के अफसरों से बातचीत की. औरपचारिक्ताएं पूरी करने के बाद आज कुवैत ने सभी 34 नर्सों और मेडिकल स्टाफ को आज ही छोड़ दिया है. यह गौरतलब है कि कुवैत में मिस्र, ईरान और फिलिपींस के 60 से ज्यादा चिकित्सा स्टाफ अभी भी जैल में हैं.