Narges Mohammadi: ईरान की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी को कोर्ट से एक बार फिर झटका लगा है. वहां की एक स्थानीय कोर्ट ने मोहम्मदी को इस्लामी गणराज्य के खिलाफ बोलने पर 15 महीने की अतिरिक्त सजा सुनाई है. इसकी जानकारी उनके परिवार के लोगों ने सोमवार को दी.


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 51 साल की मोहम्मदी के परिवार ने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के कहा," कोर्टे के द्वारा नई सजा 19 दिसंबर को सुनाई गई. इसमें कहा गया कि मोहम्मदी ने अदालती सेशन में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था. फैसले में यह भी कहा गया कि अपनी सजा पूरी करने के बाद मोहम्मदी के दो साल तक विदेश जाने पर प्रतिबंध रहेगा और उसी अवधि के लिए राजनीतिक और सामाजिक ग्रुपों में सदस्यता ग्रहण करने पर भी पाबंदी होगी."



 कोर्ट ने फैसले में कहा
फैसले के मुताबिक, मोहम्मदी सजा काटने के बाद दो साल तक मोबाइल फोन भी पास में नहीं रख पाएंगी. साथ ही फैसले में उन्हें राजधानी तेहरान से भी निर्वासित ( Exiled ) कर दिया गया है. मसलन मोहम्मदी को संभवतः ईरान के किसी दूसरे सूबा में नई सजा की अवधि बितानी होगी.


तेहरान की सबसे खतरनाक जेल में कैद है मोहम्मदी
बता दें कि मोहम्मदी को तेहरान की सबसे कुख्यात जेल 'एविन जेल' में रखा गया है, जहां वह सत्तारूढ़ व्यवस्था के खिलाफ प्रचार करने, जेल में अवज्ञा और अफसरों की मानहानि के लिए 30 महीने की सजा काट रही हैं.


मोहम्मदी पर 154 कोड़े समेत कई सजा 
साल 2021 मार्च के महीने से लेकर अब तक यह नर्गिस की पांचवीं सजा है, जिनमें से तीन सजा कोर्ट ने जेल के अंदर उसकी गलत गतिविधियों की वजह से सुनाई हैं. इन पांच सज़ाओं में 12 साल और 3 महीने की कैद, 154 कोड़े, 4 महीने की यात्रा प्रतिबंध समेत 2 साल का निर्वासन और अलग-अलग सामाजिक और राजनीतिक प्रोग्राम पर बैन शामिल हैं.


नोबेल शांति पाने वाली 19वीं महिला
नर्गिस मोहम्मदी नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिला हैं. जबकि ईरान की ये दूसरी विमेंस हैं, इससे पहले साल  2003 में मानवाधिकार कार्यकर्ता ( Human Rights Activist ) शिरीन आब्दी को इस अवार्ड से नवाजा गया था.