Israel Palestine Conflict: गाजा में जारी हिंसा के बीच दक्षिण अफ्रिका ने अतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में एक मुकदमा दायर किया है, जिसमें इल्जाम लगाया गया है कि इसराइल गाजा में 'नरसंहार की गतिविधियों' में शामिल है. ICJ ने 'जीनोसाइड कन्वेन्शन' के तहत इसराइल की जवाबगदेही के कथित उल्लंघन से संबंधित मामला दायर होने की तस्दीक की है. 


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हालांकि इसराइल ने इस इल्जाम को निराधार बतारकर इसे सख्ती से खारिज किया है. इसराइल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसराइल दक्षिण अफ्रिका के जरिए लगाए गए इस इल्जाम को खारिज करता है. नीदरलैंड्स के हेग में मौजूद आईसीजे, संयुक्त राष्ट्र संघ का चीफ कानूनी निकाय है. यह मुख्तलिफ देशों के बीच के विवादों का निपटारा करता है और अंतरराष्ट्रीय कानूनी मामलों पर अपनी सलाह देता है. 


अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपनी अपील दाखिल करने के बाद दक्षिण अफ्रिका ने एक बयान में कहा है कि उनका मुल्क नरसंहार होने से रोकने के लिए बाध्य है. एक बयान के मुताबिक, "गाजा में इसराइल के हमले और उसके बाशिंदों को वहां से जबर हटाने के वजह से नागरिकों की हो रही दुर्दशा से दक्षिण अफ्रिका बहुत चिंतित है."


इस बयान में आगे कहा गया है, "इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय अपराधों जैसे कि मानवता के खिलाफ अपराध और युद्ध अपराध की रिपोर्टें लगातार आ रही हैं. साथ ही नरसंहार या उस जैसे दूसरे अपराधों की रिपोर्टें भी मिल रही हैं." इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने अपने एप्लीकेशन में आईसीजे से अगले सप्ताह सुनवाई करने की मांग की है. वहीं इसराइल के विदेश मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा है, "दक्षिण अफ्रीका का यह दावा 'कोर्ट का घिनौना और अवमाननापूर्ण शोषण' है.


इसराइल और हमास में 7 अक्टूबर से जंग जारी है. इस हिंसा में अब तक 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जिससे गाजा पट्टी में मानवीय संकट पैदा हो गया है. इस हिंसा के वजह से गाजा की एक चौथाई आबादी भूख से मरने के कगार पर है. 


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