Palestinian Refugee Camp In Lebanon: लेबनान के सबसे बड़े फिलिस्तीनी शरणार्थी कैंप में हिंसक झड़पों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सशस्त्र संघर्ष के बाद कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 24 लोग शदीद तौर पर जख्मी हो गए. राज्य की मीडिया ने गुरुवार को ये जानकारी शेयर की. सिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने राज्य मीडिया के हवाले से बताया कि साउथ सिटी सिडोन के पास ऐन अल-हेलवे फिलिस्तीनी शरणार्थी कैंप में बुधवार दोपहर को हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें मशीन गन और रॉकेट चालित ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया.


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लोग पलायन करने पर मजबूर
रिपोर्ट में कहा गया है कि शरणार्थी कैंप के अंदर पहली बार फ्लेयर बमों का इस्तेमाल किया गया. सशस्त्र झड़पों की वजह से सिडोन और उसके आसपास के इलाक़ों में कई लोग पलायन कर गए. अवाम दहशत में हैं, इस वजह से वो इलाक़ों को छोड़ कर जा रहे हैं. साथ ही साउथ सिडोन नेशनल हाईवे और कैंप के पास रहने वाले कई लोग गोलियों की चपेट में आ गए. सरकारी मीडिया के मुताबिर, बुधवार को शरणार्थी कैंप में फिलिस्तीनी ग्रुपों के जरिए पीएम नजीब मिकाती के साथ दिन में हुई मीटिंग के दौरान संघर्ष विराम पर रजामंदी जताने के कुछ ही घंटों बाद हिंसा भड़क उठी.



हिंसक झड़पों में कई लोग गंवा चुके हैं जान
मीटिंग में फिलिस्तीनी ग्रुप जितनी जल्दी हो सके लोगों की वापसी पर काम करने पर राजी हुए. मकामी मीडिया के मुताबिक, 7 सितंबर से कैंप में हुई हिंसा में अब तक 20 लोग मारे गए हैं जबकि 140 घायल हुए हैं. ऐन अल-हेलवे कैंप में प्रतिद्वंद्वी समूहों के बीच अक्सर झड़पें होती रहती हैं. बता दें कि, 29 जुलाई से 3 अगस्त के दरमियान कैंप में फिलिस्तीनी फतह आंदोलन के मेंबर्स और इस्लामी कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों में कम से कम 13 लोग मारे गए और दर्जनों लोग जख्मी हो गए.


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