Mohammad Mokhbar: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हेलिकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद देश के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया. ईरानी संविधान के मुताबिक, जब किसी राष्ट्रपति का निधन हो जाता है, तो ऐसे स्थिति में राष्ट्रपति की नियुक्ति देश का सुप्रीम लीडर के मंजूरी के बाद होता है. इसके अलावा जब राष्ट्रपति की मौत हो जाती है, तो 50 दिन के भीतर नए राष्ट्रपति चुनने के लिए इलेक्शन कराना होता है. आइए जानते हैं इस मौके पर कौन है मोहम्मद मोखबर, जिनकों रईसी का उत्तराधिकारी बनाया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कौन हैं मोहम्मद मोखबर
मोहम्मद मोखबर का जन्म 1 सितंबर 1955 को हुआ था. वह इब्राहिम रईसी की तरह ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई के बेहद करीबी माने जाते हैं. रईसी को साल 2021 में ईरान का राष्ट्रपित चुना गया था, उसी वक्त मोखबर उपराष्ट्रपति बने थे. पिछले साल ईरानी अधिकारियों के साथ रूस की राजधानी मॉस्को का दौरा किया था. जहां ईरान की टीम ने सेना को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और ड्रोन की आपूर्ती करने पर सहमति जताई थी. इस टीम में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दो सीनियर अधिकारी और सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के एक अधिकारी भी शामिल थे.


 यूरोपीय संघ ने लगाया था बैन
साल 2010 में यूरोपीय संघ ने मोहम्मद मोखबर पर बैन लगाया था. क्योंकि परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में कथित संलिप्तता का इल्जाम लगा था. वहीं, अमेरिका की ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने भी साल 2013 में देखरेख वाली 37 कंपनियों को बैन किया था. 


डॉक्टरेट की है दो डिग्रियां
ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर की प्रशासन पर अच्छी पकड़ है, वह मौजूदा वक्त में एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के सदस्य भी हैं. इससे पहले मोखबर सिना बैंक में बोर्ड के अध्यक्ष और खुजेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं. उनके पास डॉक्टरेट की दो डिग्रियां हैं. 


सिर्फ मर्द ही बन सकते हैं सुप्रीम लीडर
ईरान के संविधान के मुताबिक, केवल मर्द ही देश के सुप्रीम लीडर बन सकते हैं. ईरान का राष्ट्रपित देश का कार्यकारी चीफ होता है और हर चार साल में इलेक्शन के जरिए चुना जाता है. राष्ट्रपति कंट्रोल करता है. इस पद पर नियुक्त शख्स अपनी राजनीतिक ताकत के आधार पर राज्य में कानून और अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव जमा सकता है. यहीं कारण है कि ईरान के सु्प्रीम लीडर ने मोहम्मद मोखबर को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया है.