PM किसान सम्मान निधि योजना के 21 लाख किसान पाए गए फर्जी; सरकार वसूलेगी दिया हुआ पैसा
यह मामला उत्तर प्रदेश का है, जहां के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को बताया कि ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ के तहत बहुत से मामले ऐसे हैं, जिनमें पति और पत्नी दोनों को ही इस निधि का फायदा मिल रहा है.
लखनऊः प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश में चयनित 21 लाख किसान जांच में अयोग्य पाए गए हैं. उनसे उन्हें इस स्कीम के तहत अब तक दी गई रकम की वसूली की जाएगी. प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रदेश में केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ के तहत कुल दो करोड़ 85 लाख किसान चयनित किए गए थे, जिनमें से 21 लाख काश्तकार फर्जी पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं, जिनमें पति और पत्नी दोनों को ही इस निधि का फायदा मिल
रहा है.
शाही ने बताया कि अयोग्य पाए गए किसानों से उन्हें इस योजना के तहत अब तक दी गई रकम की वसूली की जाएगी. उन्होंने बताया कि किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त इस महीने के आखिरी तक जारी की जाएगी और जिन किसानों का भूलेख अंकन और स्थलीय सत्यापन का कार्य पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड होगा, उन्हें ही इस स्कीम का फायदा मिलगा.
हालांकि, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने साफ किया है कि किसान पोर्टल पर डाटा अपलोड की कार्यवाही युद्ध स्तर पर की जा रही है, और सभी योग्य किसानों को किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जरूर दी जाएगी. कृषि मंत्री ने बताया कि अभी तक कुल एक करोड़ 51 लाख किसानों का पोर्टल पर भूलेख अंकन का काम किया जा चुका है. उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपना डाटा पोर्टल पर अपलोड करा लें.
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