Jammu and Kashmir News: कश्मीर में एक मकामी न्यूज पेपर के लिए काम करने वाले पांच जर्नलिस्टों (Journalists) ने सोशल मीडिया पर आतंकी धमकी मिलने के बाद इस्तीफा दे दिया है. आतंकवादियों ने हाल ही में एक दर्जन से ज्यादा जर्नलिस्टों की लिस्ट जारी की जिन पर सिक्योरिटी एजेंसियों के लिए काम करने का इल्जाम लगाया गया था.


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फहरिस्त में नामों में इलाकाई न्यूजपेपर के दो एडिटर शामिल हैं. मंगलवार को इस्तीफा देने वाले पांच सहाफियों में से तीन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपने इस्तीफे पब्लिश किए. 


पुलिस के मुताबिक, इन धमकियों के पीछे लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का हाथ है. पुलिस ने कहा, धमकियों की सामग्री आतंकवादियों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के इरादे को दिखाती है. उन्होंने खुले तौर से भ्रष्ट कहकर और सीधे धमकी देकर लोगों, खास तौर से सहाफियों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है. 


पुलिस ने कहा कि इस मामले में एक FIR दर्ज की गई है और लगभग एक दर्जन मशकूकों को उठाया गया है, जिनसे पूछताछ की जा ही है.


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ख्याल रहे कि हाल ही में जम्मू व कश्मीर में कई टार्गेट किलिंग हुई हैं. यहां कई कश्मीरी पंडितों और कई गैर-कश्मीरी मजदूरों को कत्ल किया गया है. कश्मीर में टार्गेट किलिंग के खिलाफ प्रोटेस्ट भी किया गया है. बताया जाता है कि यहां आतंकवादी इसलिए बौखलाए हैं कि यहां की सिक्योरिटी एजेंसियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.


इस साल 12 मई को बडगाम जिले में आतंकवादियों ने इंकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसर राहुल भट्ट को गोली मार दी थी. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 31 मई को कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने हाई स्कूल में पढ़ाने वाली महिला टीचर रजनीबाला को गोली मार कर कत्ल कर दिया था. 


जून में आतंकवादियों ने कुलगाम में एक बैंक मैनेजर विजय कुमार को निशाना बनाया. 3 नवंबर को जिला अनंतनाग में आतंवादियों ने मजदूरों को निशाना बनाया. मारे गए माजदूरों में से एक का ताल्लुक बिहार से था तो दूसरे का नेपाल से.


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