हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षा ने 2 और  3  दिसम्बर को परिणाम घोषित किये गये, जिसके नतीजे देखकर हर कोई हैरान है. जिन अभ्यर्थ‍ियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था. उनका सरकारी श‍िक्षक बनाने का सपना टूट गया ..जिसमें लगभग  26.48 फिसदी कैंडिडेट फेल हो गए है ..रिपोर्ट की माने तो 86.48 प्रतिशत अध्यापक यह परीक्षा पास नहीं कर पाने में असफल रहे है. 


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13.52% पास हुए अभ्यर्थी


शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॅा. वीपी यादव और सचिन ज्योति मित्तल ने परीक्षा के रिजल्ट की घोषणा की, जिसके बाद हर कोई हैरान है. बता दें कि इस परीक्षा में सिर्फ 12.93 प्रतिशत लेवल -3 के कुल 8.89 प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए. और इस पेपर में कुल 2,29223 अभ्यर्थीयों को पेपर दिया गया था, जिनमें  महिलाएं पुरुष और ट्रांसजेंडर शामिल थे. इस परीक्षा में कुल 13.52% अभ्यर्थी पास हुए है.
चेयरमैन डॅा. वीपी यादव  की माने तो लेवल-1 पीआरटी की परीक्षा में कुल 47700 अभ्यर्थी पास  हुए, जिनमें 15719 पुरूषों में से 4112 पुरूष और  31973 महिलाओं में से 6256 महिलाएं पास हुई है. पुरुष उमीदवारों  का पास होने का प्रतिशत  26.6 और महिलाओं मे 19.57 प्रतिशत महिलाए पास हुई. वहीं, उन्होंने आगे बताया 17 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों में से सिर्फ 01 अभ्यर्थी परीक्षा पास की गई.
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लेवल-3 की परीक्षा  8.75% पास हुए अभ्यर्थी 
लेवल -3 की परीक्षा में कुल 70311अभ्यर्थी ने भाग लिया, जिसमें केवल  पुरुषों की संख्या 49588 रही और महिलाओं मे से 4341 महिलाओं ने परीक्षा दिया. वहीं, विशेषज्ञों की माने तो जांच के दौरान ये पाया गया, कोई भी प्रश्व पाठक्रम से बाहर नही पूछा गया था.  केवल हिन्दी और अंग्रेजी के सभी सवाल पूछे गए है, जो पाठयक्रम से थे.


अभ्यर्थियों के हित को देखते हुए बोर्ड तीनों लेवल के परिणाम में हिन्दी और अंग्रेजी के कुल 30 अंको में से प्राप्त अंको को छोडक़र  सिर्फ 120 अंको में से अभ्यथियों द्वारा पाये गए, अंकों  की जो भी औसत अनुपात रहा उसी आधार पर हिन्दी और अंग्रेजी के 30 अंको में से अंक परिणाम में दिए गए. वहीँ अभ्यर्थी के खराब  प्रदर्शन से हर कोई हैरान है.