नई दिल्लीः राजद प्रमुख लालू यादव (RJD chief Lalu Yadav) के बेटे और बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने इतवार को यहां पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (RJD National Executive Meeting) के बीच में ही पार्टी के एक वरिष्ठ नेता पर अपशब्द कहने का आरोप लगाते हुए बैठक छोड़ बीच में ही निकल गए. यहां एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से बाहर आते हुए तेज प्रताप ने कहा, "वरिष्ठ नेता श्याम रजक से कार्यक्रम के वक्त के बारे में जानने के लिए उन्हें फोन किया तो उन्होंने मुझे गालियां दीं. श्याम रजक ने आज मुझे, मेरे निजी सहायक और मेरी बहन को गाली दी, जब मैंने उनसे मीटिंग शेड्यूल के बारे में पूछा. मेरे पास एक ऑडियो रिकॉर्डिंग है, और मैं इसे अपने सोशल मीडिया पर डालूंगा. ऐसे बीजेपी-आरएसएस के लोगों को संगठन से बाहर निकाल देना चाहिए.’’


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भाजपा की 303 सीट की यात्रा 2024 से उलटी दिशा में बढ़नी शुरू होगी 
गौरतलब है कि राजद की दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन इतवार से शुरू हुआ है. बैठक में राष्ट्रीय जनता ने दावा किया है कि देश के कई हिस्सों में विपक्ष ने एकजुट होना शुरू कर दिया है, और भाजपा का दो से 303 सीटों तक का सफर 2024 से उलटी दिशा में जाना शुरू हो जाएगा. बैठक में पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे, लेकिन राजद की बिहार इकाई के प्रमुख जगदानंद सिंह बैठक में नहीं पहुंचे थे, जिसकी वजह से राज्य में पार्टी संगठन में बदलाव की अटकलें लगाई जा रही है. 

बैठक को लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने संबोधित किया और इस दौरान तीन महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पेश कर चर्चा की गई. पार्टी नेता मनोज झा ने कहा, ‘‘राजनीतिक स्थिति, विदेश नीति और देश की आर्थिक स्थिति पर तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए गए हैं. उन्होंने कहा देश की स्थिति बहुत गंभीर है. बेरोजगारी पांच दशकों में अपने उच्चतम स्तर पर है. झा ने कहा कि जिस बदलाव की जरूरत है वह बिहार से शुरू हो गया है और देश के विभिन्न हिस्सों में विपक्षी दल एक साथ बैठकें कर रहे हैं. राजद के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘जब हम एक साथ बैठेंगे, तो एक बेहतर विकल्प सामने आएगा और यह ’आत्ममुग्ध’ व्यक्ति नहीं होगा.


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