SHRADHA MURDER CASE: श्रद्धा मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस एक बार फिर से पॉलीग्राफ टेस्ट की मदद लेगी. मुल्ज़िम आफताब अमीन पूनावाला का आज फिर पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा. दिल्ली के रोहणी इलाके में वाक़े (स्थित) FSL लैब में किया जाएगा पॉलीग्राफ टेस्ट. पीरी ख़बर तफ़्सील से जानें.


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SHRADHA MURDER CASE: लिव इन पार्टनर श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े करके आफताब पूरी तरह बेफिक्र था. आफताब को यक़ीन था कि वो पुलिस-कानून, सबको धोखा देने में कामयाब हो जाएगा. लेकिन 6 महीने तक खुली हवा में सांस लेने वाला आफताब अब जेल की सलाखों के पीछे है. आफताब को दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया है. अभी आफताब 13 दिन की न्यायिक हिरासत में है. तिहाड़ की जेल नंबर चार में आफताब के गुनाहों का हिसाब किताब किया जा रहा है. ग़ौरतलब है कि आफताब तीन दिन तक पॉलीग्राफ टेस्ट का सामना करने के बाद ही तिहाड़ जेल पहुंचा है. लेकिन आज फिर से आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा. इस टेस्ट के दौरान आफताब से बचे हुए सवालों के जवाब पूछे जाएंगे.


आज पूरा होगा पॉलीग्राफ टेस्ट?
श्रद्धा क़त्लकांड के मुल्ज़िम आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट आज फिर से होगा. आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट दिल्ली के रोहणी की फॉरेंसिक साइंस लैब में ही किया जाएगा. पुलिस महकमे के ज़राए के मुताबिक़ आफताब से पूछे गए कई सवालों के जवाब से कुछ अहम सुराग मिलने की उम्मीद है जो श्रद्धा क़त्लकांड की गुत्थी सुलझाने में मददगार साबित हो सकते हैं. वाज़े हो कि दो बार आफ़ताब का पॉलीग्राफ़ टेस्ट हो चुका है. लेकिन शातिर आफताब दोनों बार हुए पॉलीग्राफ टेस्ट में जांच अफसरों को गुमराह ही करता रहा. लिहाज़ा आज फिर से आफताब को पॉलीग्राफ टेस्ट के राउंड थ्री का सामना करना पड़ेगा.


बेहद शातिर है आफ़ताब अमीन पूनावाला
अब तक हुई पूछताछ से एक बात तो साफ हो गई है कि आफ़ताब बेहद शातिर है. आफ़ताब कितना शातिर है, इसका अंदाज़ा ऐसे भी लगाया जा सकता है कि पॉलीग्राफ टेस्ट में भी वो पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा. पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान आफताब कई सवालों पर ख़ामोश रहा. कई सवालों को टाल गया और कई सवालों के आधे-अधूरे जवाब दिए. इसके अलावा वो कई सवालों पर मुस्कुराता भी रहा. हालांकि जब उसका पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू हुआ तो वो खुद को बिल्कुल नॉर्मल दिखाने की कोशिश कर रहा था. आफ़ताब की बॉडी लैंग्वेज बिल्कुल नॉर्मल थी. हावभाव ऐसा था जैसे कुछ किया ही नहीं. उसका बर्ताव बेहद ख़ामोश सा था.


आफ़ताब पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अभी भी सबूतों की तलाश में जुटी हुई है. लेकिन कई ऐसे सबूत भी हैं जो अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. जिनमें सबसे ज़रूरी है श्रद्धा का मोबाइल. हालांकि श्रद्धा का मोबाइल मिलना नामुमकिन नज़र आ रहा है क्योंकि मुंबई के जिस समुद्री किनारे पर आफ़ताब ने श्रद्धा का मोबाइल फेंका था, वहां भी तलाश रोक दी गई है. बहरहाल श्रद्धा क़त्लकांड को सुलझाने के लिए पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. लिहाज़ा पॉलीग्राफ टेस्ट और उसके बाद होने वाले नार्को टेस्ट से काफी उम्मीदें हैं.


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