पटना: लगातार तीसरे दिन भी केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ अपना विरोध जारी रखते हुए, उम्मीदवारों ने शुक्रवार सुबह समस्तीपुर के मोहिउद्दीन नगर में एक ट्रेन के छह डिब्बों और लखीसराय स्टेशन पर एक दूसरे ट्रेन के दो डिब्बों में आग लगा दी.


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दोनों घटनाओं में किसी को चोट नहीं आई क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने डिब्बों में आग लगाने से पहले उन्हें खाली कर दिया. हालांकि, पटना-हावड़ा और पटना-भागलपुर रूट पर आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं. उम्मीदवारों ने आरा और लखीसराय के पास बिहिया स्टेशन पर भी रेल यातायात बाधित कर दिया. प्रदर्शनकारी छात्रों ने मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय ध्वज लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन भी किया.


हाजीपुर में आंदोलनकारियों को पुलिस ने खदेड़ दिया
वहीं, अग्निपथ योजना के विरोध में आज हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने धरना दिया; बाद में पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. हाजीपुर के एसपी मनीष ने कहा, ''फिलहाल स्थिति ठीक है. गुंडों को खदेड़ दिया गया है. उनमें से कुछ को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.''



क्या चाहते हैं छात्र
छात्र अग्निपथ योजना के छोटे कार्यकाल का विरोध करने के अलावा यह भी चाहते हैं कि केंद्र सरकार 2019 और 2020 में आयोजित परीक्षाओं की स्थिति स्पष्ट करे. गुरुवार को छात्रों ने तीन ट्रेनों के कुछ डिब्बों में आग लगा दी थी और 125 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था.


अग्निपथ योजना पर सियासत भी शुरू
वहीं, बिहार में इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है. बिहार में बीजेपी सहयोगी पार्टी जेडीयू ने हुकूमत से अग्निपथ योजना को लेकर फौरन विचार करने के लिए कहा है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने अग्निपथ योजना की समीक्षा की मांग की. हिंदी में ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा: “अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद बेरोजगारी के कारण युवाओं में एक तरह डर पैदा हो गया है.  केंद्र को तत्काल अग्निपथ योजना पर फिर से विचार करना चाहिए क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ी है.


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