Mughal Garden Politics:  दिल्‍ली में स्थित राष्ट्रपति भवन के मुग़ल गार्डन का नाम बदलने पर अब सियासत भी शुरू हो गई. मुगल गार्डन का नाम बदलने पर लोगों की तरफ़ से मिली- जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कुछ लोग केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इस फैसले का स्वागत करते नज़र आए. मुगल गार्डन का नाम बदलने के फैसले का विरोध करने वालों में AIMIM के नेताओं का नाम जुड़ गया हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 



नामकरण की राजनीति कर रही बीजेपी: AIMIM
AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधने हुए कहा है कि क्या मुगल गार्डन और टीपू सुल्तान गार्डन का नाम बदलने से देश का विकास हो जाएगा, बेरोजगारी खत्म हो जाएगी? क्या पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी आ जाएगी? वारिस पठान ने सरकार पर इल्ज़ाम लगाते हुए अपने ख़ास अंदाज़ में कहा कि ''बीजेपी असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सिर्फ नामकरण की राजनीति कर रही है. इसी तरह बीजेपी ने मुंबई के मलाड में टीपू सुल्तान गार्डन का नाम बदल दिया था''. ग़ौरतलब है कि वारिस पठान  AIMIM के स्‍पोक्‍सपर्सन  हैं. वारिस पठान ने हाल ही में महाराष्‍ट्र में टीपू सुल्तान गार्डन का नाम तब्दील करने पर बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया था.


मृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा मुग़ल गार्डन
बता दें कि केंद्र की भाजपा सरकार ने राष्ट्रपति भवन में स्थित ऐतिहासिक मुगल गार्डेन का नाम बदल दिया है. अब मुगल गार्डेन को अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा. अब अमृत उद्यान को 31 जनवरी को आम लोगों के लिए खोला जाएगा, जो अगामी 26 मार्च तक खुला रहेगा. गार्डेन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा.  गौरतलब है कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर मनाए जा रहे 'अमृत महोत्सव' की थीम को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान किया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा, "स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के और आजादी का अमृत महोत्सव" के मौके पर, भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यान को अमृत के रूप में एक सामान्य नाम दिया है, अमृत उद्यान. 


Watch Live TV