Air India: प्राइवेट पार्ट में छिपाकर ले जा रही थी 1 KG सोना, कन्नूर एयरपोर्ट से गिरफ्तार हुई केबिन क्रू मेंबर
Air India Express की एक केबिन क्रू को डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) के अधिकारियों ने मंगलवार को गिरफ्तार किया है. आरोपी अपनी रेक्टम में सोना छिपाकर ला रही थी. पढ़ें पूरी खबर
Air India Express: डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) के अधिकारियों ने मंगलवार को कन्नूर हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी के आरोप में एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक केबिन क्रू सदस्य को गिरफ्तार किया है. मस्कट से आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान IX 714 के केबिन क्रू के जरिए सोने की तस्करी के बारे में खास खुफिया जानकारी मिलने पर डीआरआई अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर पहुंचने पर क्रू सदस्य को रोक लिया. जांच हुई तो सारी बात सामने आई.
प्राइवेट पार्ट में रखा हुआ था सोना
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार महिला क्रू मेंबर ने अपनी रेक्टम में सोना छिपाया हुआ था. महिला का नाम सुरभि खातून है जिसने 960 किलोग्राम सोना प्राइवेट पार्ट में छिपाया हुआ था. पूछताछ के बाद, 26 वर्षीय महिला को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
ऑपरेशन से जुड़े लोगों की हो रही है तलाश
डीआरआई सूत्रों के मुताबिक, जांच से पता चला है कि सुरभि अतीत में सोने की तस्करी के कई मामलों में शामिल रही होगी. उसके साथियों की पहचान करने और ऑपरेशन से जुड़े सोने की तस्करी नेटवर्क का पता लगाने के प्रयास चल रहा है.
हर सफल कोशिश के लिए मिलता था कमीशन
डीआरआई के एक सूत्र के अनुसार, सुरभि ने कुछ ऐसे लोगों के नाम बताए हैं, जिन्होंने उसे तस्करी की गतिविधियों के लिए काम पर रखा था. सूत्र ने बताया कि उसे सोने की तस्करी के हर सफल कोशिश के लिए कमीशन दिया जाता था. फिलहाल डीआरआई इस बात की भी जांच कर रही है कि तस्करी की गतिविधियों में और केबिन क्रू सदस्य शामिल थे या नहीं.
पुलिस को जांच से शक है कि इस मामले में दूसरे क्रू मेंबर्स शामिल हो सकते हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है. इससे पहले, केरल में सीमा शुल्क निवारक आयुक्तालय ने पिछले साल मार्च में कोच्चि हवाई अड्डे पर 1.45 किलोग्राम सोने की तस्करी के आरोप में एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक केबिन क्रू सदस्य को गिरफ्तार किया था.गिरफ्तार किया गया व्यक्ति वायनाड का शफी था, जो बहरीन-कोझिकोड-कोच्चि मार्ग पर संचालित उड़ान में काम करता था.