Ambani Threat Case: मुंबई क्राइम ब्रांच ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसके चेयरमैन मुकेश अंबानी को 500 करोड़ रुपये की मांग करते हुए धमकी भरे ईमेल भेजने के मामले में दो कॉलेज छात्रों के खिलाफ 1,000 पन्नों का आरोपपत्र दायर किया है. राजवीर खांट (21) और गणेश वनपार्थी (19) को पिछले साल अलग-अलग ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया था.


एक गुजरात दूसरा तेलंगान से हुआ था गिरफ्तार


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गुजरात के कलोल से कॉमर्स के तीसरे साल के छात्र खांट को क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (सीआईयू) ने पकड़ा था, जबकि तेलंगाना के वारंगल से कंप्यूटर साइंस के छात्र वनपार्थी को नवंबर में गामदेवी पुलिस ने हिरासत में लिया था.


ईमेस में अधिकारियों को दी थी चुनौती


जांचकर्ताओं ने गुजरात पुलिस के हेड कांस्टेबल के बेटे खांत को एक टेक सैवी करार दिया था, जो अक्सर अपने स्थान को छिपाने के लिए डार्क वेब और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का इस्तेमाल करता था. एक ईमेल में, उसने कथित तौर पर अधिकारियों को यह कहकर चुनौती दी थी, "अगर तुम मुझे पकड़ सको तो पकड़ लो."


आरोपपत्र के अनुसार, खांट ने 27 अक्टूबर से 1 नवंबर 2023 के बीच अंबानी को पांच ईमेल भेजे, जिनमें 20 करोड़ रुपये से लेकर 400 करोड़ रुपये तक की मांग की गई. वनपार्थी ने स्वतंत्र रूप से काम करते हुए 1 नवंबर को अंबानी को एक ईमेल भेजा, जिसमें 500 करोड़ रुपये की मांग की गई. पूछताछ के दौरान, उसने दावा किया कि अंबानी को मिली धमकियों के बारे में समाचार रिपोर्ट देखने के बाद उसने "मज़े के लिए" ईमेल भेजा था.


क्रिकेटर के नाम का लिया सहारा


खबर है कि  पाकिस्तानी खिलाड़ी के अच्छा प्रदर्शन के कारण खांत ने अपने ईमेल खाते के लिए "शादाब खान" नाम का चुनाव किया. अपनी पहचान गुप्त रखने में खांट के विश्वास के बावजूद, मिलिंद काटे के नेतृत्व में अपराध शाखा की टीम ने तकनीकी आंकड़ों के सावधानीपूर्वक विश्लेषण तथा भारत और विदेशों में विभिन्न एजेंसियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सहयोग के माध्यम से उसे सफलतापूर्वक खोज निकाला.