Amin Syani Death: हमेशा के लिए खामोश हो गई रेडियो पर गूंजने वाली विनाका `गीतमाला` की अमीन सयानी की आवाज़
Ameen Sayani Passes Away: लोगों पर अपनी आवाज का जादू चलाने वाले अमीन सयानी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनके बेटे ने उनकी मौत की खबर दी.
Ameen Sayani Passes Away: जाने माने रेडियो जॉ की अमीन सयानी का 91 साल की उम्र में इंतेकाल हो गया. उनके बेटे राजिल सयानी ने बुधवार को उनके इंतेकाल की तस्दीक की. सयानी को मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. यहां उनकी मौत हो गई. बेटे राजिल ने बताया "दिल का दौरा पड़ने से अमीन सयानी का शाम करीब सात बजे एचएन रिलायंस अस्पताल में निधन हो गया."
आज भी गूंजती है आवाज
रेडियो सुनने का शौक रखने वालों के कानों में आज भी सयानी की आवाज में 'नमस्कार भाइयों और बहनों, मैं आपका दोस्त अमीन सयानी बोल रहा हूं' गूंजता है. कार्यक्रम ‘बिनाका गीतमाला’ ने उन्हें काफी मकबूलियत दिलाई. सयानी की तरफ से आयोजित गीतमाला, एक राष्ट्रीय घटना बन गई, जिसने लोकप्रिय हिंदी फिल्म संगीत का प्रदर्शन किया और दशकों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने अपना करियर अंग्रेजी भाषा के प्रसारक के तौर पर शुरू किया और भारत की आजादी के बाद हिंदी में स्थानांतरित हो गए.
54 हजार रेडियो प्रोग्राम किए
सयानी की मनमोहक आवाजा और उनके अंदाज को बहुत लोगों ने कॉपी करने की कोशिश की. वॉयस ओवर आर्टिस्टों के लिए वह आज भी रोल मॉडल हैं. उन्होंने रिकॉर्ड 54 हजार रेडियो प्रोग्राम तैयार किए और 19 हजार से ज्यादा विज्ञापनों और जिंगल को आवाज दी. आलिया भट्ट और वरुण धवन अभिनीत फिल्म 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' के गाने 'तम्मा तम्मा अगेन' में भी उनकी आवाज की नकल की गई है.
अभिनय में भी आजमाया हाथ
अमीन के भाई हामिद सयानी ने उन्हें ऑल इंडिया रेडियो, बॉम्बे से परिचित कराया. अमीन सयानी ने 1952 में रेडियो सीलोन के साथ अपना प्रोग्राम शुरू किया. सयानी 'भूत बंगला', 'टीन डेवियन', 'बॉक्सर' और 'कत्ल' सहित कई फिल्मों का भी हिस्सा थे. उनके निधन से एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे कभी नहीं भरा जा सकता और उनकी आवाज आने वाली पीढ़ियों तक गूंजती रहेगी.